जमशेदपुर: टाटा मोटर्स वर्कर्स यूनियन में 8:30 घंटा प्रतिदिन काम कराए जाने के मामले में कारखाना निरीक्षक पर फर्जी जांच प्रक्रिया अपनाने का आरोप है। टेल्को वर्कर्स यूनियन के पदाधिकारी महामंत्री प्रकाश कुमार उपाध्यक्ष आकाश दुबे और सदस्य हर्षवर्धन ने इस मामले में शनिवार को कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता अजय कुमार से शिकायत की है। टेल्को वर्कर्स यूनियन का कहना है कि श्रम विभाग की मिली भगत से मुख्य कारखाना निरीक्षक ने जांच प्रक्रिया में शिकायतकर्ता को शामिल नहीं किया और फर्जी तरीके से जांच प्रक्रिया पूरी कर टाटा मोटर्स को क्लीन चिट दे दी। जबकि टाटा मोटर्स में मजदूरों से प्रतिदिन 8:30 घंटे काम कराया जा रहा है। यह कारखाना अधिनियम का उल्लंघन है। टेल्को वर्कर्स यूनियन इस मामले में कई साल से आवाज उठा रहा है। लेकिन मजदूरों की आवाज दबा दी जाती है। कोई सुनने वाला नहीं है। टेल्को वर्कर्स यूनियन के सदस्य हर्षवर्धन ने बताया कि टाटा स्टील, टिम केन इंडिया, टीनप्लेट कंपनी, टाटा रायसन, ट्यूब डिवीजन, टाटा पिगमेंट, टाटा ब्लू स्कोप आदि कंपनियों में मजदूरों से 8 घंटे प्रतिदिन काम ले रहे हैं। लेकिन, टाटा मोटर्स में 8:30 घंटे काम लिया जा रहा है।
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