न्यूज़ बी रिपोर्टर, जमशेदपुर : अडानी समूह ने 20 हजार करोड़ रुपए का पीओ वापस ले लिया है। अब कंपनी निवेशकों का पैसा लौट आएगी। शेयर बाजार में उतार-चढ़ाव के बीच कारपोरेट और विदेशी निवेशकों ने अडानी एंटरप्राइजेज लिमिटेड केपीओ पर भरोसा जताया था। कंपनी ने शेयर बाजार को सूचना दी है कि उसने यह क्यों वापस कर दिया है और निवेशकों का पैसा वापस करने की तैयारी चल रही है। कंपनी ने एक बयान में कहा कि एफपीओ के हिस्से के रूप में प्राप्त आय को वापस किया जाएगा। हिंडनबर्ग रिसर्च रिपोर्ट जारी होने के बाद अडानी समूह के शेयर में बड़े पैमाने पर गिरावट आई है। हिंडनबर्ग रिसर्च रिपोर्ट में अडानी समूह पर गलत तरीके से शेयरों में हेराफेरी और लेखा धोखाधड़ी करने का आरोप लगाया गया है। गौरतलब है कि एफपीओ का फुल फॉर्म क्या होता है। इसके जरिए, पहले से शेयर बाजार में लिस्टेड कंपनी फंड जुटाने के लिए अपने शेयर बेचने का ऑफर करती हैं। प्राइस बैंड तय करती है और प्रचार प्रसार किया जाता है। किसी भी कंपनी का पहला आफर आईपीओ कहलाता है। इसके बाद ही, कंपनी लिस्टेड होती है।
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