Jamshedpur: सोनारी में 13 और 14 जनवरी को दो मोहानी संगम महोत्सव ( Swarnarekha Arti) का आयोजन किया जाएगा। इस संगम महोत्सव में दो मोहानी में दो दिन तक कार्यक्रम होंगे। दो मोहानी नदी घाट को 5100 दीप से सजाया जाएगा। आयोजकों ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में रविवार को 5:00 बजे बताया कि 13 जनवरी को सांस्कृतिक कार्यक्रम और पर्यावरण संरक्षण को लेकर गोष्ठी आयोजित होगी। सांस्कृतिक कार्यक्रम में जमशेदपुर की स्कूली छात्राएं नमामि गंगे नामक डांस प्रोग्राम प्रदर्शित करेंगी।
14 जनवरी को होगी Swarnarekha Arti
14 जनवरी को नदी का पूजन ( Swarnarekha Arti ) होगा। भव्य गंगा आरती भी होगी। गंगा आरती के लिए वाराणसी से 11 पुरोहित की टीम आ रही है। पुरोहित 14 जनवरी को सुबह जमशेदपुर पहुंच जाएंगे। इस कार्यक्रम में त्रिदंडी स्वामी आएंगे। यह कार्यक्रम हिंदू उत्सव समिति और उम्मीद एक अभियान संस्था के तत्वावधान में होगा इस कार्यक्रम की शुरुआत साल 2022 में हुई थी।
संगम महोत्सव का मकसद है की नदी को आस्था और धर्म से जोड़कर इसका संरक्षण किया जाए। आयोजनों का कहना है कि वाराणसी और हरिद्वार में गंगा आरती होती है कुछ ऐसे लोग हैं जो शारीरिक और आर्थिक कमी के चलते हरिद्वार और वाराणसी नहीं जा पाते हैं उनके लिए हम जमशेदपुर में ही हरिद्वार और वाराणसी बना देते हैं यही वह गंगा आरती का दृश्य देख सकते हैं। 13 जनवरी को जो कार्यक्रम होंगे वह पर्यावरण पर आधारित होंगे। इस दिन पर्यावरण पर व्याख्यान होंगे पर्यावरण विधि इस गोष्ठी में शामिल होंगे।
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तीन बजे होगी गोष्ठी
साथी पर्यावरण के लिए काम करने वालों को सम्मानित भी किया जाता है। 13 जनवरी को दोपहर बाद 3:00 से सांस्कृतिक कार्यक्रम और पर्यावरण की गोष्टी शुरू होगी। 14 जनवरी को भी दोपहर बाद 3:00 बजे कार्यक्रम शुरू होगा गंगा आरती रात 7:00 बजे आयोजित की जाएगी। सबसे पहले वाराणसी से आए 11 पुरोहित नदी पूजन करेंगे। इसके बाद गणेश वंदना होगी फिर गंगा स्वर्णरेखा आरती का गायन होगा गंगा आरती का कार्यक्रम 45 मिनट तक चलेगा।