जमशेदपुर : आजाद नगर थाना शांति समिति की बैठक मोहर्रम को लेकर आजाद मैरिज हॉल में हुई। इसमें लाइसेंसी अखाड़ा के लोग शामिल हुए। उन्होंने मांग उठाई कि मोहर्रम के दौरान 24 घंटे बिजली रहनी चाहिए। खासकर रात को बिजली रहे। ताकि मुहर्रम मनाने वालों को किसी तरह की कोई दिक्कत नहीं हो। मोहर्रम में महिलाएं भी कार्यक्रम में रात को आना-जाना करती हैं। इसलिए किसी भी तरह की परेशानी नहीं होनी चाहिए। इसके अलावा मांग की गई की स्वर्णरेखा नदी किनारे स्थित कर्बला के पास साफ सफाई की जाए। कर्बला का स्थान चिन्हित कर दिया जाए। ताकि फूल और ताजिया को ठंडा करने की जगह तक लोग पहुंच सकें। यहां साफ-सफाई भी होनी चाहिए। शांति समिति के सदस्य रजी नौशाद और मुख्तार आलम खान ने अपने विचार रखे और कहा कि बिजली विभाग के जेई अमीर हमजा का हमेशा सहयोग मिलता रहा है। उम्मीद है कि यह सहयोग आगे भी बना रहेगा। कार्यक्रम में जमशेदपुर नगर निगम के सहायक नगर आयुक्त आकिब जावेद भी मौजूद थे। उन्होंने सभी अखाड़ा लाइसेंसियों का स्वागत किया। कार्यक्रम का संचालन आजाद नगर थाना शांति समिति के मुख्तार आलम खान ने किया। उन्होंने बताया कि मोहर्रम गम का पर्व है। मोहर्रम इसलिए मनाया जाता है। क्योंकि, इस महीने की 10 तारीख को पैगंबर ए अकरम हजरत मोहम्मद मुस्तफा के नवासे इमाम हुसैन और उनके 72 साथियों व परिवार वालों को यजीद ने शहीद कर दिया था। इसी शहादत के हवाले से यह गम मनाया जाता है। जमशेदपुर में इमामबाड़ों को सजाया जा रहा है। पांच मोहर्रम को इमामबाड़ों पर अलम लगाए जाएंगे। फातिहा खानी का सिलसिला एक मुहर्रम से ही शुरू कर दिया जाएगा। जमशेदपुर में मानगो के अलावा जुगसलाई, धतकीडीह आदि इलाके में मोहर्रम का पर्व मनाया जाता है। यहां तकरीर का भी प्रोग्राम होता है। सभी से अपील की गई कि मोहर्रम शांतिपूर्ण तरीके से मनाया जाए।