न्यूज़ बी : इराकी रेजिस्टेंस फोर्स ने जॉर्डन में अमेरिकी सैनिक अड्डे पर ड्रोन से हमला किया था। इस हमले में तीन अमेरिकी सैनिक मारे गए थे। जबकि, 34 सैनिक घायल हुए थे। अब यह बात सामने आई है कि किस तरह यह ड्रोन हमला कामयाब हुआ। अमेरिकी सैनिक अड्डे पर ड्रोन को मार गिराने के लिए एयर डिफेंस सिस्टम लगा हुआ है। यह एयर डिफेंस सिस्टम अमेरिकी सैनिक अड्डे की तरफ आने किसी भी मिसाइल ड्रोन को मार गिराता है। बताते हैं कि अमेरिकी बेस की तरफ परिंदा भी पर नहीं मार सकता। लेकिन, इराकी रेजिस्टेंस फोर्स ने चालाकी दिखाते हुए इस एयर डिफेंस सिस्टम को चकमा दे दिया। बताते हैं कि इराकी रेजिस्टेंस फोर्स के जवान अमेरिकी सैनिक अड्डे पर बारीकी से निगाह बनाए हुए थे। अमेरिकी सैनिक अड्डे से सीरिया की तरफ एक ड्रोन छोड़ा गया था। ये अमेरिका का जासूसी ड्रोन था। यह ड्रोन सीरिया से तस्वीर और अन्य जानकारी जुटाने के बाद अमेरिका के सैनिक अड्डे पर वापस आ रहा था। तभी रेजिस्टेंस फोर्स ने अपना हमलावर ड्रोन अमेरिकी बेस की तरफ छोड़ दिया। बताते हैं कि ईराकी रेजिस्टेंस फोर्स द्वारा छोड़ा गया ड्रोन अमेरिकी ड्रोन के पीछे-पीछे छिप कर चल रहा था। इस वजह से अमेरिकी एयर डिफेंस सिस्टम का रडार धोखा खा गया। रडार ने समझा कि जो ड्रोन रडार पर दिख रहा है वह अमेरिका का ही जासूसी ड्रोन है। इसी के चलते सैनिकों ने ड्रोन को सैनिक अड्डे तक आने दिया और जब ड्रोन में विस्फोट हुआ तब अमेरिकी सैनिकों की आंखें फटी की फटी रह गईं। अमेरिकियों का कहना है यह हमला कन्फ्यूजन के चलते सफल हो पाया था। वरना अमेरिकी डिफेंस सिस्टम ड्रोन को रोक लेता।
America Palestine, Iran, Israel Gaza War : जानिए किस जुगाड़ की तकनीक से ईराकी रेजिस्टेंस फोर्स ने जॉर्डन में अमेरिका के सैनिक अड्डे पर किया था हमला, Know with which Jugaad technique the Iraqi Resistance Force attacked the American military base in Jordan, LEBNON Israel Gaza Yaman Hamas Lebnon Israel Yaman Ansarullah Houthi Yemen's Ansarullah chief Abdul Malik al Houthi, the attacking drone was hiding behind the American drone, three soldiers were killed., अमेरिकी ड्रोन के पीछे छिप कर चला था हमलावर ड्रोन तीन सैनिकों की हुई थी मौत, ईरान इसराइल गजा, लेबनान हेजबुल्लाह यमन, हौसी अंसारुल्लाह