जमशेदपुर : जमशेदपुर में अय्याम ए फातमी की मजलिसं शुरू हो गई हैं।मजलिस में पैगंबर ए अकरम हजरत मोहम्मद मुस्तफा सल्लल्लाहो अलैहे व आलेही वसल्लम की बेटी जनाब फातिमा जहरा सलामुल्लाह अलैहा के मसाएब बयान किया जा रहे हैं। बुधवार की रात आयोजित मजलिस को मौलाना जकी अख्तर ने खिताब किया। मजलिस में मसाएब सुनकर आज़ादर जारो कतार रोए। मजलिस के बाद नौहा खानी भी हुई। गौरतलब है कि पैगंबर हजरत मोहम्मद मुस्तफा सल्लल्लाहो अलैहे व आलेही वसल्लम की बेटी जनाब फातमा जहरा सलामुल्लाह अलैहा की शहादत तीन जमादिउस्सानी 1445 हिजरी में हुई थी। मौलाना जकी अख्तर ने मजलिस में पढ़ा कि कुछ लोगों ने रसूल की बेटी के घर पर धावा बोला। उनके दरवाजे को आग लगा दी और दरवाजे को धक्का देकर गिरा दिया। रसूल की बेटी जनाब फातमा जहरा के ऊपर दरवाजा गिरा और वह जख्मी हो गईं। उनके बच्चे हजरत मोहसिन की शहादत हुई। इस हादसे में जब फातमा जहरा की पसलियां टूट गई थीं और फिर इसी की वजह से उनकी शहादत हुई। पैगंबर अकरम हजरत मोहम्मद मुस्तफा की बेटी की शहादत के हवाले से शिया मुसलमान जमादिउस्सानी में अय्याम ए फातमी मनाते हैं। इस हवाले से दुनिया भर में मजलिसें आयोजित की जाती हैं और गम मनाया जाता है।