जमशेदपुर : घाघीडीह में विचाराधीन कैदी एमजीएम थाना क्षेत्र के डालापानी गांव निवासी विश्वनाथ सोरेन की संदिग्ध मौत हो गई थी। सोमवार को परिजन डीसी ऑफिस पहुंचे और डीसी को ज्ञापन सौंप कर मामले की जांच की मांग की है। उनकी पत्नी राय मुनि सोरेन का कहना है कि जेल प्रशासन की तरफ से उन्हें पति की बीमारी या किसी भी तरह की कोई सूचना नहीं दी गई थी। एमजीएम थाने के चौकीदार विजय महतो ने घर आकर 30 सितंबर को सूचना दी कि उनके पति का शव डिमना स्थित पोस्टमार्टम हाउस में है। इस पर वह लोग पहुंचे तो देखा कि विश्वनाथ सोरेन का शव पोस्टमार्टम के लिए रखा हुआ है। राय मुनी सोरेन का आरोप है कि पुलिस ने पोस्टमार्टम हाउस में उनके देवर रामू सोरेन से पोस्टमार्टम करने के लिए जबरन हस्ताक्षर कराया। मृतक की पत्नी का आरोप है कि वह जब अपने पति से मिलने जेल जाती थी तो उनके पति बताते थे कि उनसे रुपए की मांग की जा रही है और नहीं देने पर जाति सूचक शब्द का प्रयोग कर गाली गलौज होती है।
राय मुनि सोरेन ने आरोप लगाया कि उनके पति की पीट पीट कर हत्या कर दी गई है और इसे आत्महत्या का रूप दिया जा रहा है। उन्होंने मामले की परसुडीह थाने में प्राथमिकी दर्ज करने और जांच कराने की मांग की। उन्होंने बताया कि वह परसूडीह थाना प्राथमिकी दर्ज कराने 6 अक्टूबर को गई थीं। लेकिन थाना प्रभारी ने उनका आवेदन लेने से इनकार कर दिया।