न्यूज़ बी रिपोर्टर, जमशेदपुर : उलीडीह के शंकोसाई की महिला दीपिका मुंडारी ने उलीडीह थाना प्रभारी और अन्य पुलिसकर्मियों पर छापामारी के बहाने घर में घुसकर छेड़छाड़ करने का आरोप लगाया है। महिला का कहना है कि दुष्कर्म के मामले में उसके पति पर प्राथमिकी दर्ज हुई थी। उसका पति कोर्ट में सरेंडर कर चुका है। यह बात उलीडीह थाना पुलिस के कर्मियों को बताई जा चुकी है। इसके बावजूद पुलिसकर्मी आए दिन रात में उसके घर में छापामारी करते हैं। छेड़छाड़ करते हैं और पूछते हैं कि उसका पति कहां है। महिला का यह भी आरोप है कि उसके पति गौतम गोराई को बिना जांच किए ही जेल भेज दिया गया है। महिला ने बुधवार को एसएसपी डॉ एम तमिल वणन से शिकायत की है। महिला ने बताया कि उसके पति पर एक युवती ने दुष्कर्म का केस दर्ज कराया था। जबकि युवती के साथ उसके पति का प्रेम संबंध था। महिला ने एसएसपी ऑफिस में बताया है कि उसके पति को उलीडीह थाना प्रभारी मेघनाथ मंडल ने 19 अक्टूबर 2021 को बुलाया था और लाकअप में बंद कर दिया था। महिला का आरोप है कि उसने 30 हजार रुपए थाना के एक सिपाही अशोक मंडल को दिए। अशोक ने यह रकम थाना के ड्राइवर निमाई को दी। तब उसके पति को छोड़ दिया गया था। इस साल एक मई को फिर युवती ने थाने में शिकायत की। इस बार पति के खिलाफ मुकदमा दर्ज हुआ। महिला का कहना है कि पुलिसकर्मियों ने इस बार उससे दो लाख रुपए की मांगे। मगर वह दो लाख रुपए का इंतजाम नहीं कर सकी। इस पर 13 जून को पुलिस महिला के ससुर जीतू गोराई और पति को गिरफ्तार कर थाने लाई थी। महिला का आरोप है कि थाने में बोला गया कि दो लाख रुपए का इंतजाम करो। इसके बाद उसके ससुर को जेल भेज दिया गया। जबकि उसके पति और सास को रुपयों का इंतजाम करने को कह कर छोड़ दिया गया था। महिला ने बताया कि बाद में उसके पति ने कोर्ट में सरेंडर कर दिया। इसके बाद भी पुलिसकर्मी उसके घर पर आए दिन छापामारी करते हैं। महिला का आरोप है कि पुलिसकर्मी उसके साथ छेड़छाड़ भी करते हैं। मामले में जांच की मांग कर इंसाफ दिलाने की बात कही गई है।