रायबरेली : रायबरेली के लालगंज में एक बड़ी घटना घटी है। रायबरेली में माडर्न रेल कोच फैक्ट्री में तैनात आई स्पेशलिस्ट डॉक्टर अरुण, उसकी पत्नी अर्चना और दो बच्चों अदीबा व आरव के शव उसके घर से मिले हैं। बताते हैं कि डॉक्टर को रविवार को आखिरी बार देखा गया था। उनके साथ ही डॉक्टर आए तो देखा कि उनके घर का दरवाजा अंदर से बंद है। हर तरफ सन्नाटा है। इसके बाद दरवाजा तोड़ कर लोग अंदर गए, तो उनके पैरों तले जमीन खिसक गई। डॉक्टर का शव फांसी के फंदे से लटक रहा था। उसके दोनों हाथ की नस कटी हुई थी और उससे खून बह रहा था। पास ही बेड पर उसकी पत्नी का शव पड़ा हुआ था और दो बच्चों की भी लाश में पड़ी हुई थी। घटना की जानकारी मिलने पर रायबरेली के एसपी आलोक प्रियदर्शी भी मौके पर पहुंचे। एसपी ने बताया कि प्रथम दृष्टि लग रहा है कि डॉक्टर ने बच्चों को नशे की दवा खिलाकर पहले बेहोश किया और उसके बाद सिर पर हमला कर उनकी हत्या की है। पत्नी के साथ भी यही किया है। एसपी ने बताया कि दो बच्चों में एक पांच साल का लड़का आरव और लगभग 14 साल की लड़की अदीबा है। उन्होंने बताया कि पत्नी और बच्चों की हत्या के बाद डॉक्टर ने अपने हाथों की नसें काट ली थीं। लग रहा है कि आत्महत्या के इस प्रयास में सफल नहीं होने पर उन्होंने फांसी लगाकर जान दी। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। एसपी का कहना है कि पोस्टमार्टम के बाद घटना के बारे में और जानकारी सामने आएगी। पुलिस ने मौके से खून से सनाया हथोड़ा बरामद किया है। माना जा रहा है कि इसी हथौड़े से डॉक्टर ने अपनी पत्नी और बच्चों की हत्या की है। बताते हैं कि डॉक्टर अरुण मूल रूप से मिर्जापुर के रहने वाले थे।