जमशेदपुर: जमशेदपुर में नीति आयोग के शुरू किए गए ‘संपूर्णता अभियान’ का शुभारंभ डीसी अनन्य मित्तल ने किया। इस मौके पर उप विकास आयुक्त मनीष कुमार, पीडी आईटीडीए दीपांकर चौधरी, नीति आयोग के अधिकारी समेत जिला स्तरीय एवं प्रखंड स्तरीय अधिकारी शामिल हुए। 4 जुलाई से 30 सितंबर तक संचालित इस अभियान के तहत स्वास्थ्य एवं पोषण, कृषि, सामाजिक विकास और शिक्षा जैसे विषयों पर ध्यान केंद्रित करते हुए संकेतकों (इंडिकेटर) को सैचुरेशन मोड में लाने का प्रयास होगा। इस अभियान के दौरान पहली तिमाही में प्रसवपूर्व देखभाल (एएनसी) के लिए पंजीकृत गर्भवती महिलाओं, आईसीडीएस कार्यक्रम के तहत नियमित रूप से पूरक पोषण लेने वाली गर्भवती महिलाओं की जानकारी ली जाएगी। पूर्ण टीकाकरण वाले बच्चों (9-11 महीने) (बीसीजी+डीपीटी3+ओपीवी3+खसरा 1), मृदा स्वास्थ्य कार्ड वितरण की संख्या, विद्यालयो में बिजली की सुविधा एवं पाठ्यपुस्तक वितरण की शीघ्रता, इन सभी संकेतकों में अपेक्षित प्रगति लाते हुए सेचुरेशन मोड में लाने पर फोकस रहेगा। साथ ही आकांक्षी ब्लॉक में हाइपरटेंशन और डायबिटिज जांच कराने वालों की जानकारी, रिवॉल्विंग फंड प्राप्त करने वाले स्वयं सहायता समूह की समीक्षा भी की जाएगी।
*संकेतकों (इंडिकेटर) में मात्रात्मक के साथ-साथ गुणात्मक सुधार जरूरी*
डीसी ने अपने संबोधन में कहा कि भारत सरकार के आकांक्षी जिला कार्यक्रम के तहत 112 जिलों में पूर्वी सिंहभूम जिला और एस्पिरेशनल ब्लॉक प्रोग्राम के तहत 500 प्रखंडों में मुसाबनी प्रखंड का चयन किया गया है। दोनों कार्यक्रम आम नागरिकों के जीवन में बेहतरी और अत्यंत पिछड़े क्षेत्रों में सुविधाओं की पहुंच बढ़ाने पर केंद्रित है। इस लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए विभिन्न उपलब्ध योजना, विभागों में अभिशरण कर कार्यों की गुणवत्ता सुनिश्चित करना और चिन्हित कमियों को शत प्रतिशत दूर कर बेहतर परिणाम हासिल करना ही इस संपूर्णता अभियान का लक्ष्य है। संपूर्णता अभियान में महिलाओं की स्वास्थ्य संबंधी जानकारी और उनके स्वास्थ्य में सुधार के लिए पैरामीटर लिस्ट किए गए हैं, जिस पर अगले तीन माह में युद्धस्तर पर काम करना है। उप विकास आयुक्त ने अगले तीन महीनों की रूपरेखा पर बात करते हुए कहा कि तय एक्शन प्लान के मुताबिक काम किया जाना है। ताकि लक्ष्य को प्राप्त किया जा सके। जिला और ब्लॉक के अधिकारी जनप्रतिनिधियों के साथ मिलकर संपूर्णता मेला, किताब वितरण दिवस, ग्राम सभा, नुक्कड़ नाटक, पौष्टिक आहार मेला, स्वास्थ्य शिविर, जागरूकता मार्च और रैलियां, प्रदर्शनी जैसी जागरूकता गतिविधियां आयोजित करेंगे, जो आकांक्षी ब्लॉक और जिला में शत-प्रतिशत सेचुरेशन के लिए पहचाने गए 06 विषयों पर आधारित होंगी। कार्यक्रम में पीडी आईटीडीए एवं नीति आयोग के प्रतिनिधि ने भी अपने विचार रखे। इस अभियान के अंतर्गत 04-15 जुलाई तक संपूर्णता अभियान उत्सव के तहत नुक्कड़ नाटक, पोस्टर प्रतियोगिता, पौष्टिक आहार मेला, स्लोगन कम्पटीशन, स्वास्थ्य कैम्प, रंगोली, 16-31 जुलाई तक संपूर्णता अभियान यात्रा के तहत सीएचसी, विद्यालय, आंगनबाड़ी केन्द्र, कृषि विज्ञान केन्द्र में अभियान की शुरूआत, 01-15 अगस्त तक संपूर्णता अभियान सभा जिसमें प्रभात फेरी, ग्राम सभा, शपथ, एसएचजी उत्पाद की प्रदर्शनी, सांस्कृतिक कार्यक्रम, खेलकूद प्रतियोगिता, दवा वितरण, 16-31 अगस्त तक संपूर्णता अभियान सर्वत्र के तहत शपथ, सीएचसी, विद्यालय, आयुष्मान आरोग्य मंदिर, कृषि विज्ञान केन्द्र में संपूर्णता अभियान, 01-15 सितंबर तक संपूर्णता अभियान मेला जिसमें मैराथन दौड़, विद्यालयों में एसेम्बली, आंगनबाड़ी, सीएचसी, कृषि विज्ञान केन्द्र में मेला, स्थानीय सांस्कृतिक कार्यक्रम तथा 16 से 30 सितंबर तक संपूर्णता ज्योति अभियान के तहत मैराथन दौड़, अभियान ज्योति का भ्रमण, स्थानीय कला का प्रदर्शन किया जाएगा। इस अवसर पर जिला योजना पदाधिकारी अरूण द्विवेदी, जिला जनसंपर्क पदाधिकारी पंचानन उरांव, जिला समाज कल्याण पदाधिकारी संध्या रानी, सहायक निदेशक सामाजिक सुरक्षा नेहा संजना खलखो, सभी बीडीओ और सीओ मौजूद रहे।