न्यूज़ बी रिपोर्टर, जमशेदपुर : साकची स्थित ग्रेजुएट कॉलेज की छात्राओं को बरगला कर भाजयुमो की रैली और डीसी ऑफिस के सामने हुए घेराव में ले जाया गया था। यह बात सामने आने के बाद ग्रेजुएट कॉलेज की प्रिंसिपल ने मामले की जांच शुरू कर दी है। पुलिस भी इस मामले की जांच कर रही है। साकची थाने के दरोगा ने ग्रेजुएट कॉलेज जाकर पता लगाया कि यह छात्राएं क्यों और किसके कहने पर धरना प्रदर्शन में शामिल हुई थीं। इस जांच में पता चला है ग्रेजुएट कॉलेज की छात्राओं को एक कक्षा में एकत्र कर उन्हें रैली में शामिल होने के लिए प्रेरित किया गया। जांच में पता चला है कि कालेज के दो टीचर कमलेश कुमार और राजेश कुमार ने छात्राओं को रैली में जाने को उकसाया था और प्रेरित किया था। इस मामले में जांच के दौरान पहले एक कंप्यूटर टीचर का नाम आया था। लेकिन कंप्यूटर टीचर ने कहा कि वह रैली में नहीं गए थे। बल्कि दो अन्य टीचर का नाम उन्होंने बताया। ग्रेजुएट कॉलेज की प्रिंसिपल का कहना है कि वह इस मामले को गंभीरता से ले रही हैं। ऐसी घटना दोबारा ना हो इसे भी सुनिश्चित किया जाएगा। उन्होंने कहा कि उनका कॉलेज सुबह 7:30 से 10:30 के बीच चलता है। इसके बाद छात्राएं कहां जाती हैं। यह छात्राओं के ऊपर है। लेकिन, छात्राओं को कॉलेज में ही बरगलाया गया था। यह बड़ा मामला है और जांच कर उन टीचरों पर कार्रवाई होगी। जिन्होंने ऐसा किया है। प्रिंसिपल ने कहा कि ग्रेजुएट कॉलेज का माहौल बिगाड़ने की किसी को इजाजत नहीं दी जाएगी।
कब्रिस्तान कमेटी से ग्रेजुएट कॉलेज के प्रिंसिपल को कोई शिकायत नहीं
साकची कब्रिस्तान कमेटी का एक प्रतिनिधिमंडल रियाज शरीफ की अध्यक्षता में ग्रेजुएट कॉलेज पहुंचा। यहां रियाज शरीफ ने ग्रेजुएट कॉलेज के प्रिंसिपल से पूछा कि क्या उन्हें कब्रिस्तान कमेटी से कोई शिकायत है। इस पर प्रिंसिपल ने बताया कि उन्हें साकची कब्रस्तान से कोई शिकायत नहीं है। उन्होंने कहा कि छोटी मोटी घटनाएं हर जगह होती हैं। जब ग्रैजुएट कॉलेज टाटा स्टील प्लांट के करीब में था तो वहां भी घटनाएं होती थीं। यहां इलाका सुनसान रहता है। इसलिए उन्होंने पुलिस पेट्रोलिंग के लिए कहा था और पुलिस पेट्रोलिंग करती है।