न्यूज़ बी रिपोर्टर, रांची : गुमला जिले के बानो थाना क्षेत्र की रहने वाली एक किशोरी अपने मां बाप से नाराज होकर रांची रेलवे स्टेशन पहुंच गई। वह रांची से ट्रेन पकड़ कर दिल्ली जाना चाहती थी। किशोरी को मां बाप ने ज्यादा फोन इस्तेमाल करने से रोका तो वह नाराज होकर घर से निकल गई थी। रांची रेलवे स्टेशन पर वह अकेली बैठी थी। तभी आरपीएफ कि मेरी सहेली टीम की नजर उस पर पड़ी। आरपीएफ की महिला अधिकारियों ने किशोरी से पूछताछ की तो उसने बताया कि वह दिल्ली जाना चाहती है। वहां नौकरी करेगी। लेकिन उसके पास किसी भी तरह का टिकट नहीं था। जिस पर आरपीएफ की महिला अधिकारियों ने किशोरी को चाइल्ड लाइन को सौंप दिया है। चाइल्डलाइन किशोरी के माता-पिता से संपर्क कर किशोरी को उसके परिजनों को सौंप देगी। किशोरी को चाइल्ड लाइन को सौंपने वाले आरपीएफ अधिकारियों में अनीता, बी प्रसाद, गोपी कृष्णा, सविता टूडू, सरस्वती आदि हैं। गौरतलब है कि रांची से ट्रेन के जरिए तस्कर किशोरियों को पकड़कर दिल्ली ले जाते हैं और वहां बेच देते हैं। हो सकता है इस किशोरी को भी तस्कर ले जा रहे थे। लेकिन आरपीएफ की निगाह पड़ने पर आरपीएफ ने किशोरी को बचा लिया। किशोरी तस्करों के कहने पर खुद के घर से भागने की बात बता रही हो।