न्यूज़ बी रिपोर्टर, तेहरान: भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल एक प्रतिनिधिमंडल के साथ ईरान की यात्रा पर हैं। ईरान में उन्होंने ईरान के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अली शामखानी से मुलाकात की। दोनों पक्षों ने संयुक्त रूप से आतंकवाद का मुकाबला करने और क्षेत्रीय शांति और सुरक्षा को लेकर कई समझौते किए हैं। विश्व स्तरीय समस्याओं को लेकर भी दिल्ली और तेहरान ने एक दूसरे के करीब आने का फैसला किया है। साथ ही दोनों देशों में परिवहन को लेकर भी समझौता हुआ है। चाबहार पोर्ट को इस समझौते का सिंबल माना गया है।
भारत और ईरान ने रूस और मध्य एशिया व काकेशस इलाके के अन्य देशों के साथ मिलकर क्षेत्र में परिवहन कॉरिडोर बनाने का फैसला किया है। खास तौर से अंतरराष्ट्रीय उत्तर दक्षिण ट्रांसपोर्ट कोरिडोर बनाया जाएगा। इसके अलावा अन्य परिवहन रूट तैयार होंगे। इसके पहले अजीत डोभाल ने ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी से मुलाकात की। ईरानी राष्ट्रपति ने कहा कि नए वर्ल्ड ऑर्डर को लेकर जो परिवर्तन आ रहे हैं भारत इसमें अहम किरदार अदा कर सकता है। गौरतलब है कि अफगानिस्तान से बोरिया बिस्तर समेट कर अमेरिका के भागने के बाद और यूक्रेन की जंग शुरू होने के बाद भारत ईरान और रूस के करीब आया है। भारत और ईरान के बीच कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर समझौता हुआ है। अफगानिस्तान में भारतीय हितों को बनाए रखने में ईरान भारत की मदद कर रहा है। अफगानिस्तान में भारत का अरबों डालर का निवेश है।
इसे भी पढ़ें- ईरानी प्रेसिडेंट इब्राहिम रईसी 2 दिन के दौरे पर बुधवार को पहुंचेंगे सीरिया, सीरिया के राष्ट्रपति बशर असद से करेंगे मुलाकात
Pingback : ईरान और सीरिया पर अमेरिका व यूरोपीय देशों की अधिकतम दबाव बनाने की रणनीति हुई फेल, सीरिया में बोले