जमशेदपुर : गोलमुरी चर्च में ईसाई समाज के लोगों ने झामुमो के उम्मीदवार समीर कुमार मोहंती के लिए विशेष प्रार्थना कराई। इस प्रार्थना में ईसाई समाज के लोगों ने झामुमो के उम्मीदवार समीर कुमार मोहंती की जीत की प्रार्थना की। विशेष प्रार्थना से पहले मतदाता जागरूकता अभियान चलाया गया। यह कार्यक्रम झारखंड ईसाई समाज समन्वय समिति और संत जोसेफ वेलफेयर सेंट्रल की तरफ से आयोजित किया गया था। समाज के लोगों ने कार्यक्रम में आए जमशेदपुर के सभी चर्च के प्रतिनिधियों से कहा कि वह एक-एक ईसाई समुदाय के घर तक यह संदेश पहुंचाएं कि सभी लोग 25 मई को मतदान जरूर करें। मतदाता जागरूकता अभियान के इस कार्यक्रम में झामुमो के उम्मीदवार बहरागोड़ा के विधायक समीर कुमार मोहंती भी शामिल हुए। उनके साथ जुगसलाई के विधायक मंगल कालिंदी भी थे।
जो सो गया, उसने खो दिया: विधायक मंगल कालिंदी
विधायक मंगल कालिंदी ने कहा कि ईसा मसीह ने कहा है कि जो सो गया उसने खो दिया। इसलिए 25 मई को कोई ना सोए और सभी लोग मतदान केंद्र पर जाकर वोट दें। विधायक मंगल कालिंदी ने कहा कि झामुमो आम जनता के लिए कई लाभकारी योजनाएं चला रही है। उन्होंने झामुमो के उम्मीदवार समीर कुमार मोहंती को वोट देने की अपील की।
भाजपा ने जनता को सिर्फ सब्ज बाग दिखाए : समीर कुमार मोहंती
जमशेदपुर संसदीय सीट से झामुमो के उम्मीदवार समीर कुमार मोहंती ने कहा कि अगर वह सांसद बने तो जिले में जितने भी कंपनियां बंद हुई हैं, उनको खुलवाया जाएगा। कोरोना कल में जो ट्रेन बंद हो गई। अभी तक नहीं चलाई गई है। उनको भी चलवाया जाएगा। उन्होंने कहा कि जनता को भाजपा की केंद्र सरकार ने सिर्फ ख्वाब दिखाए। धालभूमगढ़ में एयरपोर्ट का भूमि पूजन हुआ। लेकिन, 1 इंच कम नहीं हुआ।
ईसाई समाज पर धर्म परिवर्तन का आरोप गलत : श्रवण दास
ईसाई समाज समन्वय समिति के श्रवण दास ने कार्यक्रम में पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि ईसाई समाज पर धर्म परिवर्तन कराने का आरोप गलत है। ऐसा करने वाले सिर्फ बोलते हैं। उनके पास कोई सबूत नहीं है। श्रवण दास ने कहा कि जमशेदपुर में ही मिशनरी के कई स्कूल चलते हैं। लोयोला स्कूल से क्या कभी कोई दूसरे धर्म का छात्र ईसाई बन कर निकला। सैक्रेड हार्ट कॉन्वेंट स्कूल से पढ़कर क्या कोई ईसाई बन कर निकला। उन्होंने कहा कि अगर ईसाई समाज धर्म परिवर्तन कराता तो इन स्कूलों में भी धर्म परिवर्तन कराया जाता। उन्होंने कहा कि इन स्कूलों में सभी जाति व धर्म के लोगों को शिक्षा दी जाती है। ईसाई समाज धर्म परिवर्तन कराने में विश्वास नहीं रखता।