न्यूज़ बी: जर्मनी और यूके के विदेश मंत्रियों के बाद अब खुद अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन ने ईरान से कहा है कि वह इसराइल पर हमला न करे। इसके पहले ब्रिटिश के विदेश मंत्री ने ईरान से कहा था कि वह मध्य पूर्व में तनाव खत्म करे और इसराइल पर जवाबी कार्रवाई न करे। इसके पहले जर्मनी की विदेश मंत्री ने भी ईरान से ऐसी ही अपील की थी। अब जो बाइडेन ने सीधे कहा है कि ईरान इसराइल पर जवाबी कार्रवाई न करे।
इसराइल पर जवाबी कार्रवाई की तैयारी में जुटा है ईरान
सूत्र बताते हैं कि ईरान इसराइल पर जवाबी कार्रवाई की तैयारी कर रहा है। इसराइल ने सीरिया में ईरान के दूतावास पर हमला कर कई अधिकारियों को मार दिया था। ईरान इस घटना का बदला लेने की बात कह रहा है। ईरान ने अपने जुबिन सैम सिस्टम को चालू कर दिया है। यह सिस्टम ईरान का एयर डिफेंस सिस्टम है। ईरान के विदेश मंत्री सीरिया के अलावा कतर, सऊदी अरब, यूनाइटेड अरब अमीरात आदि के विदेश मंत्रियों से बात कर चुके हैं। सूत्रों की मानें तो इन विदेश मंत्रियों को बताया गया है कि अगर उनकी धरती से ईरान पर कोई कार्रवाई हुई। तो ईरान फौरन जवाबी कार्रवाई करेगा।
ईरान में कई इलाकों में घोषित हुआ नो फ्लाई जोन
ईरान ने अपने देश के कई हिस्सों में नो फ्लाई जोन घोषित कर दिया है। इन इलाकों में कोई जहाज नहीं उड़ेंगे। माना जा रहा है कि ईरान इन इलाकों में किसी नए हथियार का टेस्ट करेगा। ईरान के एयर डिफेंस का सेंट्रल हैडक्वार्टर हाई अलर्ट पर है। मिसाइल और रडार यूनिट को भी हाई अलर्ट पर रखा गया है। एक न्यूक्लियर फिजिक्स के प्रोफेसर का कहना है कि जिस दिन उनके सुप्रीम लीडर आयतुल्लाह खामनाई चेंज न्यूक्लियर हथियार प्राप्त करने की बात करेंगे। उसी दिन ईरान कई न्यूक्लियर हथियार तैयार कर लेगा। एक ईरानी अधिकारी का कहना है कि अगर इसराइल ने ईरान के न्यूक्लियर सिस्टम पर हमला करने की कोशिश की तो ईरान 400 सेकंड के अंदर इसराइल के डायमोना न्यूक्लियर फैसिलिटी पर हमला कर देगा। सूत्र बताते हैं कि ईरान के एक फ्यूल एनरिचमेंट प्लांट में अचानक गतिविधियां तेज हो गई हैं। एक ईरानी अधिकारी का कहना है कि उनके मुल्क के कुछ हिस्सों में नो फ्लाई जोन इसलिए लगाया गया है क्योंकि उनका मुल्क एक लंबी दूरी के मिसाइल को टेस्ट करने जा रहा है।
रात को तेहरान आने जाने वाली उड़ानों पर लगी रोक
यही नहीं, ईरान ने रात के समय तेहरान से आने जाने वाली सभी उड़ानों को रोक दिया है। दूसरी तरफ, अमेरिका ने सऊदी अरब, कतर, यूनाइटेड अरब अमीरात और इराक से कहा है कि वह तेहरान को समझाएं कि वह मध्य पूर्व में तनाव खत्म करे। इसे लेकर, अमेरिकी अधिकारियों ने तुर्की के विदेश मंत्री से भी बात की है। इसके बाद सऊदी अरब, कतर और यूएई व तुर्की के विदेश मंत्रियों ने ईरानी विदेश मंत्री से इस संबंध में बात की है। कहा जा रहा है कि अमेरिका ने अपना एयरक्राफ्ट कैरियर आइजनहावर इसराइल के नजदीक लाकर खड़ा कर दिया है। ताकि वहां से ईरानी मिसाइलों को रोका जा सके। रणनीतिकारों का मानना है कि अमेरिका अपने एयर बेस से ईरानी मिसाइल को नहीं रोकना चाहता। क्योंकि, ऐसा करने से फिर उसके मिलिट्री बेस ईरान के निशाने पर आ सकते हैं।
इराकी पॉपुलर मोबिलाइजेशन फोर्स को दिए निर्देश
अमेरिका ने ईरान को समझने के लिए चीन और रूस से भी मदद मांगी है। लेकिन सूत्र बताते हैं कि चीन और रूस ने अमेरिकी रिक्वेस्ट को ठुकरा दिया है। सूत्र बताते हैं कि ईरान ने इराकी पॉपुलर मोबिलाइजेशन फोर्सज को निर्देश दिया है कि अगर अमेरिका कोई भी गलती करता है तो उसके सीरिया और इराक में मौजूद ठिकानों पर जोरदार हमले किए जाएं।
ब्रिटेन ने नागरिकों को इसराइल से निकलने को कहा
इसी बीच ब्रिटिश विदेश मंत्रालय ने इसराइल में मौजूद अपने शहरियों से फौरन इसराइल छोड़ देने को कहा है। फ्रांस ने भी अपने शहरियों को सलाह दी है कि वह ईरान और इसराइल की यात्रा करने से बचें। तेहरान स्थित फ्रांसीसी दूतावास में मौजूद अधिकारियों के परिवार को उनके देश वापस भेजा जा रहा है। इस बीच कतर और कुवैत ने अमेरिका से कहा है कि वह ईरान के खिलाफ अपने सैनिक अड्डे का इस्तेमाल नहीं होने देगा। ईरान के नार्थ डिफेंस रीजन के अधिकारियों का कहना है कि उनकी यूनिट हर तरह से देश की रक्षा के लिए तैयार है। इस बीच इराकी एयर स्पेस पर कोई रहस्यमय वस्तु देखी गई है। इसराइल में भी पाल्मची में एयर बेस पर एंटी बैलिस्टिक मिसाइल ऐरो उड़ते हुए नजर आए हैं।
after the foreign ministers of Germany and UK, Israel Gaza War: The fire of war is blazing between Iran and Israel, Israel Gaza War: ईरान और इजरायल के बीच धधक रही युद्ध की आग, l, now Joe Biden directly asked Iran not to attack Israe, जर्मनी और यूके के विदेश मंत्रियों के बाद अब सीधे जो बाइडेन ने ईरान से इजरायल पर हमला न करने की कही बात