मंझनपुर के पूर्व चेयरमैन नजीर अहमद के पुत्र महताब आलम समेत पांच लोग गोवंश अधिनियम में भेजे गए थे जेल
न्यूज़ बी रिपोर्टर, कौशांबी : मंझनपुर कोतवाली में 8 जून साल 2021 को गोवध निवारण अधिनियम के तहत पूर्व नगर पंचायत अध्यक्ष नजीर अहमद के पुत्र महताब आलम सहित पांच लोगों को अभियुक्त बनाया गया था। इनको जेल भेजा गया था। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के आदेश के अनुसार गोवध करने वाले आरोपियों पर गैंगस्टर लगाए जाने का ऐलान किया गया था। आदेश भी जारी हुआ था। लेकिन अभी तक महताब आलम सहित पांच अभियुक्तों पर गैंगस्टर नहीं लगाया गया है। इसे लेकर मंझनपुर कोतवाली पुलिस और जिला प्रशासन सवालों के घेरे में है। इलाके के हिंदूवादी नेताओं का कहना है कि महताब आलम सहित पांचों अभियुक्तों पर अविलंब गैंगस्टर लगाया जाना चाहिए। यह लोग अभी भी खुलेआम पुराने अपराध करने में जुटे हुए हैं। यही नहीं महताब आलम का नगर पंचायत मंझनपुर का साल 2017 में लड़ा गया चुनाव कोर्ट ने रद्द कर दिया था। कोर्ट ने इसे शून्य कर दिया था और 24 अप्रैल साल 2020 को नगर विकास अनुभाग के अनु सचिव बृजेंद्र सिंह ने आदेश जारी कर निर्वाचन को शून्य करते हुए सभी अधिकारियों को पत्र लिखा था। नगर पालिका का चुनाव होने जा रहा है। इसे लेकर चुनाव सरगर्मी तेज हो गई है। महताब आलम ने भी बैनर पोस्टर लगाए हैं और उन्होंने खुद को नगरपालिका का पूर्व अध्यक्ष लिखा है। लोगों का कहना है कि महताब आलम इस मामले में लोगों को गुमराह कर रहे हैं।