जीएसटी कोयला की दरों में वृद्धि एवं मिट्टी निकासी में हो रही दिक्कतों से परेशान होकर भट्टा संचालकों ने लिया निर्णय
इमरान हैदर रिजवी, कौशांबी: जीएसटी कोयला की दरों में वृद्धि है और मिट्टी निकासी में हो रही दिक्कत से परेशान होकर भट्टा संचालकों ने 12 सितंबर से 17 सितंबर तक ईटों की बिक्री नहीं करने का निर्णय लिया है। अखिल भारतीय ईंट एव टाइल्स निर्माता महासंघ के आह्वान पर शनिवार को दोआबा ईंट निर्माता समिति की बैठक में यह फैसला लिया गया। चायल के कादिलापुर स्थित एक भट्टे में शनिवार को दोआबा ईंट निर्माता समिति की बैठक हुई।
ईंट की कीमत में भी हुआ इजाफा
इसमें संगठन के जिला अध्यक्ष जयप्रकाश केसरवानी ने कहा कि सरकार ने पूर्व में लगने वाली एक और पांच फीसदी जीएसटी को बढ़ाकर 6 और 12 फीसद कर दिया है। इसी तरह से कोयले की कीमत 8 से 9 हजार रुपए प्रति टन से बढ़कर 18 से 20 हजार रुपए प्रति टन हो गई है। इसके अलावा ईंट के लिए मिट्टी निकासी में भी तमाम तरह की दिक्कतें आ रही हैं। मूल वृद्धि वापस लेने के साथ ही भट्टा संचालकों में आ रही दिक्कतों के समाधान के लिए पिछले 2 माह से मांग की जा रही है। तमाम अल्टीमेटम और चेतावनी के बावजूद सरकार भट्टा संचालकों की समस्या की तरफ ध्यान नहीं दे रही है।
240 भट्टा संचालकों ने लिया फैसला
बैठक में अखिल भारतीय ईंट एवं टाइल्स निर्माता महासंघ के आह्वान पर जिले के सभी 240 भट्टा संचालकों ने सोमवार से 17 सितंबर तक बिक्री नहीं करने का निर्णय लिया है। बैठक में गुलाब सिंह यादव, मोहम्मद जावेद, प्रमोद, घनश्याम केसरवानी, शिव सिंह, सुरेंद्र त्रिपाठी, बृजेश कुमार सिंह आदि मौजूद रहे