आज देश में मनाया जा रहा पैग़ंबरे अकरम हजरत मोहम्मद मुस्तफा सल्लल्लाहो अलैहे व आलेही वसल्लम की बेटी जनाब फातिमा जहरा का जन्मदिन
ऑनलाइन सजाई जा रही महफिले मिलाद, महिलाओं के लिए आदर्श है जनाब फातिमा जहरा की जात
जागरण संवाददाता, रांची : आज देश ही नहीं दुनिया भर में पैग़ंबरे इस्लाम हज़रत मोहम्मद मुस्तफा सल्लल्लाहो अलैहे व आलेही वसल्लम की बेटी जनाब फातमा जहरा सलवातुल्लाह अलैहा का जन्मदिन मनाया जा रहा है। इसे लेकर अकीकत मंद महफिले मिलाद सजा रहे हैं। जनाब फातमा जहरा सलवातउल्लाह अलैहा के साथ ही पंजतन पाक की नजर व नियाज की जा रही है। लोगों के घरों में अच्छे पकवान बने हैं। इस मौके पर मुसलमानों के धार्मिक गुरु आयतुल्लाह सैयद अली खामनाई ने मुसलमानों को एक पैगाम दिया है। उन्होंने इस मौके पर अपने आवासीय कार्यालय में हजरत मोहम्मद मुस्तफा और उनकी आल की शान में कसीदे पढ़ने वाले शायरों और उलमा से मुलाकात में कहा कि यह मीडिया वार का दौर है। उसमें वह अपनी भूमिका पहचानें। इस्लाम को आम करें। मुसलमानों के वरिष्ठ नेता सैयद अली खामनाई ने कहा कि हजरत फातिमा की विशेषताओं में पवित्रता और ईश्वर के लिए समर्पण सेवा काफी अहम है। मुबाहला की घटना में जनाब फातमा जहरा सलवातउल्लाह अलैहा की विशेष भूमिका रही। इस घटना में हज़रत मोहम्मद मुस्तफा ने नाजरान के नसारा को शास्त्रार्थ में पराजित किया था। उन्होंने कहा कि जनाब फातमा जहरा सलवातउल्लाह अलैहा की इन खासियत का अल्लाह की किताब कुरान ए मजीद में जिक्र किया गया है। वरिष्ठ नेता ने कहा कि ईश्वर की कृपा से आज मुस्लिम समाज को जनाब फातमा जहरा के नक्शे कदम पर चलना है। उन्होंने कहा कि इन दिनों मुसलमानों पर आर्थिक दबाव बनाया जा रहा है। उनकी आर्थिक व्यवस्था पर चोट पहुंचाई जा रही है। ऐसे में मुसलमानों को काफी होशियार रहने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि मुसलमान दुश्मनों के प्रचार का मुकाबला करें और अपने धार्मिक संगठनों से खुद सवाल करें कि सत्य और असत्य की इस जंग में वह कहां खड़े हैं। उन्हें किस तरह इस्लामिक मूल्यों और सिद्धांतों का विस्तार करना है। उन्होंने कहा कि शायर और उलमा इस मीडिया वार में इस्लाम की एक आवाज हैं। यह आवाज साजिशों पर पानी फेरने में काफी प्रभावी साबित होगी।