घर से मॉर्निंग वॉक पर निकले एचइसी कर्मी का शव हटिया डैम से बरामद
-बीपी और शुगर बीमारी से कापी कमजोर हो गए थे लाल बाबू सिंह
-एचइसी के एचएमबीपी युनिट में थे अस्थायी टाइपिस्ट, मूलरूप से बिहारसरीफ के थे निवासी
न्यूज़ बी रिपोर्टर, रांची : नगड़ी थाना क्षेत्र के हटिया डैम में डूबने से एचइसी कर्मी की मौत हो गई। मृतक की पहचान धुर्वा बस स्टैंड निवासी नरेंद्र कुमार उर्फ लाल बाबू सिंह के रूप में हुई है। सुबह आठ बजे के आसपास डैम में एक व्यक्ति का शव देखने के भीड़ जमा हो गई। इसकी जानकारी पुलिस को दी गई। मौके पर पहुंची नगड़ी थाना पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए रिम्स भेज दिया है। मृतक नरेंद्र कुमार उर्फ लाल बाबू सिंह
एचईसी के एचएमबीपी युनिट में टाइपिस्ट थे। मूलरूप से बिहारसरीफ के नेयली गांव के रहने वाले थे। यूडी केस दर्ज कर पुलिस मामले की छानबीन कर रही है।
बीपी-शुगर के थे मरीज, प्रतिदिन निकलते थे टहलने
मृतक के तीन बेटे हैं। बड़ा बेटा रौशन प्राइवेट नौकरी करता है। मंझला बेटा गुलशन एक निजी स्कूल में शिक्षक है जबकि तीसरा और सबसे छोटा बेटा गौरव प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रहा है। गुलशन ने बताया कि मृतक बीपी और शुगर बीमारी से ग्रस्त थे। इन दिनों उनकी तबीयत काफी बिगड़ गई थी। कमजोर हो गए थे। चिकित्सकों की सलाह पर प्रतिदिन डैम किनारे टहलने जाया करते थे। रविवार को भी सुबह में सात बजे घर से टहलने निकले। संभावना है कि टहलने के दौरान होश खोकर डैम में लुढ़क गए। करीब एक घंटे के बाद शव उपर आया तो हल्ला मचा।
अस्थायी नौकरी थी , आठ माह से नहीं मिला था वेतन
गुलशन के अनुसार पिताजी 1993-94 से अस्थायी रूप से एचइसी में काम करते थे। पिछले आठ माह से वेतन नहीं मिला था। एक तो बीमारी ऊपर से समय से वेतन नहीं मिलने से काफी परेशान रहते थे। प्रत्येक दिन जब वो टहलने के लिए जाते थे तो परिवार का एक सदस्य साथ जाता था लेकिन आज बिना बताये ही निकल गए।