गढवा से प्रशिक्षण देने रांची आए शिक्षक का संदेहास्पद स्थिति में मिला शव
सोमवार को दोपहर में जेसीईआरटी कैंपस पहुंचे थे शिक्षक, दूसरे दिन बेड पर ही शव मिलने से फैली सनसनी
न्यूज़ बी रिपोर्टर, रातू : गढ़वा से प्रशिक्षण देने के लिए रांची आए शिक्षक आलोक कुमार का शव मंगलवार को रातू स्थित झारखंड शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद (जेसीईआरटी) के कैंपस स्थित गेस्ट हाउस से बरामद हुआ था। आलोक सोमवार को दिन के 12.55 बजे रातू स्थित झारखंड शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद (जेसीईआरटी) के कैंपस में आए। उन्होंने वहां अटेंडेंस बनाया। इसके ठीक अगले दिन यानी मंगलवार को उनका शव कमरे से बरामद होने से सनसनी फैल गई। मृतक गढ़वा के हसकेर के पचपड़वा के रहने वाले थे।
सुबह जब सफाई कर्मी ने दरवाजा खोला तो देखा कि आलोक कुमार मृत पड़े हुए थे। इसकी सूचना रातू पुलिस व शिक्षा विभाग से संबंधित अधिकारियों को दी गई। पुलिस व अधिकारी घटनास्थल पर पहुंचे। फारेंसिक टीम भी जांच में जुटी है। थाना प्रभारी आभास कुमार ने बताया कि प्रांरभिक रूप से यही सामने आ रहा है कि हार्ट अटैक से आलोक की मौत हुई है। हालांकि इस संबंध में अभी कुछ स्पष्ट नहीं कहा जा सकता। आलोक के शरीर पर कहीं भी चोट के निशान नहीं है। न ही सुसाइड का कोई मामला दिखता है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट से ही पता चल सकेगा कि मौत किन कारणों से हुई है। स्वजनों को सूचना दी गई है हालांकि वे अब तक नहीं पहुंचे हैं। आलोक कुमार मूल रूप से गढ़वा के पचपड़वा हंसकेर के रहनेवाले हैं। हंसकेर से पांच किमी की दूरी पर मेराल में उनकी ससुराल है।
डायट के अधिकारियों ने बताया कि आलोक कुमार सोमवार को डेपुटेशन पर पहुंचे थे लेकिन यहां उनकी कार्य करने की इच्छा नहीं थी। इस संबंध में डायरेक्टर किरण कुमारी पासी को भी सूचना देने की बात कही जा रही है।
फोन नहीं उठा रहे थे आलोक
आलोक के स्वजनों का कहना है कि सोमवार शाम को कई बार फोन किया गया, लेकिन वो फोन नहीं उठा रहे थे। जब वो गढ़वा से चले थे, तब सब कुछ सामान्य था। उनका स्वास्थ्य भी बेहतर था।
हस्ताक्षर को काटा गया
जिस रजिस्टर में आलोक कुमार ने अटेंडेंस बनाया, वहां हस्ताक्षर को पेन से काटा गया है। इस संबंध में अधिकारी ने बताया कि आलोक कुमार प्रशिक्षक हैं लेकिन उन्होंने प्रशिक्षण प्राप्त करनेवालों की जगह पर हस्ताक्षर कर दिया था। ये गलती होने पर हस्ताक्षर को पेन से काटा गया है।
ज्वाइन तो किया पर वो दिन में कमरे में गए ही नहीं : जानकारी के अनुसार, सोमवार को आलोक ने ज्वाइन किया। अटेंडेंस बनाया पर वो दिन में अपने कमरे में गए ही नहीं। कैंटीन में भी उन्होंने खाना नहीं खाया। और फिर अगले दिन उनका शव कमरे से मिला। पुलिस अब पूरे मामले की जांच में जुटी है।
रात में नहीं खाया खाना, सुबह सफाई कर्मी ने देखा शव
पुलिस के पूछताछ में मेस प्रभारी ने बताया कि आलोक कुमार रात के खाने के बारे में पूछा तो लेकिन खाया नहीं। बिना खाना खाये ही सो गए। मंगलवार सुबह पांच बजे सफाई करने वाली महिला ने देखा कि कमरे का दरवाजा खुला हुआ है।बाहर काफी ओस गिर रही थी इसके बावजूद दरवाजा खुला देख सफाईकर्मी महिला ने अंदर झांका तो आलोक को अपने बेड पर बेसुध पाया। जानकारी मेस इंचार्ज तक पहुंची इसके बाद इसकी सूचना पुलिस व अन्य अधिकारियों को दी गई।
भाई ने लगाया हत्या का आरोप: आलोक कुमार के भाई सुशील कुमार के आने के बाद फॉरेंसिक टीम ने जांच शुरू की। मामले की गंभीरता को देखते हुए टीम द्वारा विडियोग्राफी भी कराई गई। गढवा से रातू पहुंचे आलोक के भाई सुशील कुमार ने कहा कि घर से आते वक्त बिलकुल स्वस्थ थे। सोमवार की देर रात 1.30 बजे आलोक ने पत्नी से बातचीत की थी। उस समय भी उन्होंने तबियत को लेकर कोई बात नहीं की।
क्या कहना है थाना प्रभारी का
थाना प्रभारी आभास कुमार ने बताया कि प्रथम दृष्टया मामला हार्ट अटैक में मौत का प्रतीत हो रहा है। मृतक के शरीर पर कहीं भी चोट के निशान नहीं मिले हैं। मौत का स्पष्ट कारण फोरेंसिक और पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही सामने आयेगी।