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सीएम के नाम से फर्जी सूचना वायरल करने के मामले में राजद्रोह का केस

सीएम के नाम से फर्जी सूचना वायरल करने के मामले में राजद्रोह का केस
इंटरनेट मीडिया पर सीएम के नाम से फैलाई थी झारखंड में लाकडाउन लगने की गलत खबर
जेएमएम के रांची जिला अध्यक्ष ने दर्ज कराई एफआइआर, जांच में जुटी पुलिस
न्यूज़ बी रिपोर्टर, रांची :
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की तस्वीर का इस्तेमाल करते हुए नए कोरोना वैरिएंट ओमिक्रोन के बारे में बताकर इंटरनेट मीडिया में फर्जी सूचना वायरल करने के मामले में प्राथमिकी दर्ज हो गई है। इस मामले में गोंदा थाने में अज्ञात के खिलाफ राजद्रोह समेत अन्य कई धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है। ये एफआइआर गोंदा थाने में झामुमो के जिला अध्यक्ष मुश्ताक आलम ने दर्ज कराई है।
मुश्ताक आलम ने बताया कि शनिवार की दोपहर लगभग तीन बजे सोशल मीडिया में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के नाम और तस्वीर का गलत इस्तेमाल करते हुए लाकडाउन से संबंधित झूठी खबर प्रचारित की गई थी। ट्विटर पर सीएम के फर्जी अकाउंट का स्क्रीन शाट डाल कर इस सूचना को इंटरनेट मीडिया पर फैलाया गया। फर्जी सूचना में लिखा था कि घातक वैरिएंट आया है जिसका नाम ओमिक्रोन है। आप सभी की सुरक्षा के लिए झारखंड में लाकडाउन लगने वाला है। छह दिसंबर से एक जनवरी 2022 तक स्कूल, कॉलेज, इंस्टिट्यूट, आंगनवाड़ी, धर्म स्थान, पार्क सब बंद रहेंगे और सारे एग्जाम कैंसिल। अगर कहीं जरूरी काम से जाना है तो ई-पास लगेगा। मुश्ताक आलम ने पुलिस को बताया कि मुख्यमंत्री के आधिकारिक ट्विटर अकाउंट से भी इस खबर का खंडन करते हुए इसे झूठी खबर बताया गया है। ऐसे में सीएम के फोटो का गलत इस्तेमाल करते हुए झूठी खबर फैलाकर विधि द्वारा स्थापित राज्य सरकार के प्रति घृणा और अवमानना पैदा करने का प्रयत्न है। पुलिस ने आईपीसी की धारा 505(1)(बी)/420/170/124(ए), 54 एनडीएमए 2005 और 66(डी) आईटी एक्ट के तहत प्राथमिकी दर्ज कर ली है। थाना प्रभारी अवधेश ठाकुर खुद पूरे मामले की जांच कर रहे हैं।

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