गुड़ाबांदा : (Gurabanda Banking) गुड़ाबांदा प्रखण्ड सभागार में प्रखण्ड स्तरीय बैंकर्स समन्वय समिति (बीएलबीसी) की बैठक और किसान ऋण मेला का आयोजन किया गया। इस बैठक की अध्यक्षता घाटशिला के अनुमंडल पदाधिकारी (एसडीओ) सुनील चन्द्र ने की। बैठक का मुख्य मकसद बैंकों के जरिए वित्तीय लेनदेन को बढ़ावा देना, सरकारी ऋण योजनाओं को धरातल पर उतारना, ऋण वितरण में बढ़ोतरी करना और स्थानीय विकास में बैंकों के योगदान पर चर्चा करना था।
Gurabanda Banking सिस्टम कमजोर
बैठक में अग्रणी जिला प्रबंधक ने गुड़ाबांदा प्रखंड की बैंकिंग की हालत पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि यह क्षेत्र अभी भी बैंकिंग सेवाओं के मामले में पिछड़ा हुआ है। इसलिए, यहां किसानों और ग्रामीणों को अधिक से अधिक ऋण सुविधाएं उपलब्ध कराना ज़रूरी है। इस दिशा में बैंकिंग सेवाओं की सुलभता बढ़ाने के लिए खास प्रयास किए जाने चाहिए।
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5 किसानों को मिला KCC
कार्यक्रम में प्रखंड विकास पदाधिकारी (बीडीओ) गुड़ाबांदा और अन्य प्रखंड स्तरीय पदाधिकारी भी मौजूद थे। किसान ऋण मेले के दौरान किसानों को केसीसी (किसान क्रेडिट कार्ड) ऋण स्वीकृति पत्र वितरित किए गए। लगभग 30-35 ग्रामीण इस कार्यक्रम में शामिल हुए। इनमें से 5 किसानों को केसीसी ऋण स्वीकृति पत्र प्रदान किए गए। इसके साथ ही 25 नए केसीसी आवेदन प्राप्त हुए।
निपटाए जाएंगे लंबित ऋण मामले
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Gurabanda Banking पर मीटिंग
बैठक के दौरान लंबित ऋण मामलों के शीघ्र निपटारे का निर्देश बैंक शाखा प्रबंधक राजेश मार्डी को दिया गया। कार्यक्रम का उद्देश्य न केवल किसानों को आर्थिक सहायता उपलब्ध कराना था, बल्कि उन्हें आत्मनिर्भर बनने और कृषि कार्यों में आधुनिकता लाने के लिए प्रेरित करना भी था। इस आयोजन ने क्षेत्र में विकास की संभावनाओं को प्रोत्साहित किया और स्थानीय किसानों को बैंकिंग सेवाओं से जोड़ने के प्रयासों को मजबूती प्रदान की। बैठक और किसान ऋण मेला का आयोजन प्रखंड के आर्थिक विकास के प्रति सकारात्मक कदम माना जा रहा है।