नई दिल्ली: झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री और वर्तमान में जल संसाधन एवं उच्च एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री चंपाई सोरेन 30 अगस्त को भारतीय जनता पार्टी में शामिल होने वाले हैं। असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा शर्मा ने इस बात की पुष्टि कर दी है। झारखंड में इस साल अक्टूबर या नवंबर के महीने में 81 विधानसभा सीटों में चुनाव होने वाले हैं। इस दौरान चंपई सोरेन के भाजपा में शामिल होने से सियासी सुनामी देखने को मिल सकती है।
असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा शर्मा ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट करते हुए कहा की झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री और देश के एक प्रतिष्ठित आदिवासी नेता चंपई सोरेन ने आज 26 अगस्त को दिल्ली में केंदीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की । उन्होंने इस बात की भी पुष्टि की है की 30 अगस्त को चंपई सोरेन रांची में आधिकारिक रूप पर भाजपा में शामिल होंगे। पिछले सप्ताह चंपई सोरेन ने यह बात स्पष्ट तरीके से कह दी थी कि वह राजनीति नहीं छोड़ेंगे। उन्होंने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट करते हुए तीन विकल्प दिए थे । इसमें सन्यास लेना , अलग संगठन तैयार करना या फिर किसी अच्छे साथी के साथ अपना राजनीति सफर को आगे बढ़ाना। उन्होंने कहा कि उन्हें लोगों से बहुत प्यार मिल रहा है। वे राजनीति नहीं छोड़ेंगे। बल्कि वह एक अपनी पार्टी बनाएंगे और उसे मजबूत करेंगे और अगर रास्ते में कोई अच्छा साथी मिले तो उसके साथ में आगे बढ़ेंगे।
झारखंड में अपना आधार मजबूत करने में जुटी भाजपा
झारखंड में भाजपा अपना आधार मजबूत करने में जुटी है। इसी दौरान चंपई सोरेन ने भी यह फैसला कर लिया है कि वह भाजपा में शामिल होंगे। इस फैसले को एक रणनीतिक कदम के तौर पर देखा जा रहा है। इस फैसले से होने वाले विधानसभा चुनाव में आदिवासी समुदाय के बीच भाजपा का प्रभाव बढ़ाने की संभावना है।