तहज़ीब फातमा, रांची: झारखंड में मतदाताओं ने दल बदल कर स्वार्थ की राजनीति करने वाले नेताओं को करारा सबक सिखाया है। कांग्रेस पार्टी छोड़कर भाजपा का दामन थामने वाली गीता कोड़ा, झामुमो छोड़कर भाजपा में जाने वाली सीता सोरेन और भाजपा छोड़कर कांग्रेस में जाने वाले भाजपा के मांडू के विधायक जयप्रकाश पटेल को लोकसभा चुनाव में हार का सामना करना पड़ा है। जनता ने इन नेताओं की स्वार्थ की राजनीति को जानकारी दिया है। इन नेताओं को जनता ने इशारा दे दिया है कि वह उनके हाथों की कठपुतली नहीं हैं।
दुमका से झामुमो के उम्मीदवार नलिन सोरेन 19313 मतों से भाजपा की उम्मीदवार सीता सोरेन से आगे चल रहे हैं। नलिन सोरेन को 4 लाख 48 हजार 413 मत मिले हैं। भाजपा की उम्मीदवार सीता सोरेन को चार लाख 29 हजार 589 मत मिले हैं। दुमका से झामुमो के नलिन सोरेन का जीतना तय माना जा रहा है। इसी तरह हजारीबाग लोकसभा सीट से भाजपा के उम्मीदवार मनीष जयसवाल 2 लाख 3758 मतों से आगे चल रहे हैं। मनीष जायसवाल को 5 लाख 47 हजार 102 मत मिले हैं। जबकि, कांग्रेस के उम्मीदवार जयप्रकाश भाई पटेल को 309544 मत मिले हैं। सिंहभूम संसदीय सीट से झामुमो की उम्मीदवार जोबा मांझी की जीत तय मानी जा रही है। वह 1 लाख 63 हजार 14 मतों से भाजपा की उम्मीदवार गीता कोड़ा से आगे चल रही हैं। झामुमो की जोबा मांझी को चार लाख 97 हजार 115 मत मिले हैं। जबकि, भाजपा की गीता कोड़ा को 3 लाख 34 हजार 101 मत मिले हैं।