जमशेदपुर: सरायकेला खरसावां जिले के गम्हरिया में टाटा स्टील के प्लांट के स्लैग डंपिंग यार्ड में दोहरा हत्याकांड हुआ है। मंगलवार को टाटा स्टील कंपनी के डंपिंग यार्ड में एचडी लाजिस्टिक कर्मी को पत्थर से कूच कर मार डाला गया। तो वहीं दूसरे व्यक्ति की मौत सुरक्षा कर्मी की गोली लगने से हो गई। पुलिस ने दोनों लाशें कब्जे में लेकर जमशेदपुर के एमजीएम अस्पताल भेज दी हैं। यहां डॉक्टरों ने दोनों को मृत घोषित कर दिया है। घटना के बारे में बताया जा रहा है कि स्लैग डंपिंग यार्ड के पास एचडी लाजिस्टिक कर्मी अभय सिंह की पत्थर से कूच कर हत्या कर दी गई।
वहीं, गोविंद कालिंदी नामक व्यक्ति की गोली मार कर हत्या कर दी गई। आरोप है कि सुरक्षा कर्मी की गोली लगने से यह मौत हुई है। गोविंद कालिंदी की पत्नी लक्ष्मी कालिंदी का कहना है कि गोविंद कालिंदी शौच करने गया था। उसके साथ उसका छोटा बेटा भी था। वहीं सुरक्षा कर्मी ने उस पर गोली चला दी। इससे उसकी मौत हो गई। पूरी घटना रहस्यमय बनी हुई है। माना जा रहा है कि पुलिस की तहकीकात के बाद ही पता चलेगा कि यह हत्याकांड क्यों अंजाम दिया गया और इसके पीछे कौन लोग हैं। हत्या की इस घटना के बाद मृतक के परिवार में मातम का माहौल है। मृतक के परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। एमजीएम अस्पताल में गोविंद कालिंदी के परिजनों ने हंगामा किया। उनकी मांग है कि कत्ल का केस दर्ज किया जाए। पुलिस घटनास्थल पर पहुंच गई है। पुलिस पता लगाने की कोशिश कर रही है कि अभय सिंह और गोविंद कालिंदी की हत्या किसने और क्यों की। पुलिस का कहना है कि जांच के बाद कार्रवाई की जाएगी। गोविंद कालिंदी का घर सीनी में है। वह कुछ दिनों से गम्हरिया में रह रहा था।
मासूम बच्चे के सामने गोली मारकर कर दी पिता की हत्या
गोविंद कालिंदी के मासूम बच्चे जोन ने पिता की हत्या की जानकारी अपनी मां को दी। गोविंद कालिंदी के बेटे ने बताया कि वह अपने पिता के साथ शौच करने के लिए गया था। बच्चे ने बताया कि उसके पिता शौच कर रहे थे। तभी उन्हें गोली लग गई। पिता को गोली लगने के बाद बच्चा अपने पिता के पास पहुंचा और आवाज देने लगा। लेकिन गोविंद कुछ नहीं बोल रहा था। इसके बाद बच्चा रोते हुए घर पहुंचा और घटना की सारी जानकारी मां को दी।
घर में अकेला कमाने वाला था गोविंद
गोविंद अपने घर में अकेला कमाने वाला था। उसी की कमाई से उसका परिवार चलता था। अब उसके कत्ल के बाद उसके घर में कमाने वाला कोई नहीं है। मोहल्ले के लोगों का कहना है कि अब गोविंदा का परिवार कैसे चलेगा।