टाटा मोटर्स वर्कर्स यूनियन ने बाई 6 कर्मियों को स्थाई करने के मुद्दे पर टेल्को वर्कर्स यूनियन पर साधा निशाना
जमशेदपुर : टाटा मोटर्स वर्कर्स यूनियन ने टेल्को स्थित अपने ऑफिस में गुरुवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर टेल्को वर्कर्स यूनियन पर निशाना साधा। टाटा मोटर्स वर्कर्स यूनियन के सलाहकार प्रवीण सिंह ने कहा कि टाटा मोटर्स वर्कर्स यूनियन इस बात के प्रयास में है कि अधिक से अधिक अस्थाई मजदूरों को स्थाई कराया जाए और वार्ड रजिस्ट्रेशन जारी रहे। इसके लिए प्रबंधन से वार्ता चल रही है। उन्होंने कहा कि टेल्को वर्कर्स यूनियन नामक संगठन इस वार्ता में जबरन घुसना चाहता है और उसने सरकार समेत कई लोगों को पत्र भी लिखा है। प्रवीण सिंह ने आरोप लगाया कि टेल्को वर्कर्स यूनियन इस मामले को मुकदमें बाजी में फंसाना चाहता है। ऐसा हुआ तो अस्थाई मजदूरों का नुकसान हो जाएगा और बाई सिक्स कर्मियों का जीवन बर्बाद हो जाएगा। प्रवीण सिंह ने कहा कि जो लोग ऐसा कर रहे हैं उनको चिन्हित कर सामाजिक रूप से बहिष्कृत करने की जरूरत है। टाटा मोटर्स वर्कर्स यूनियन एक ऐसा समझौता चाहती है जो सबके हित में हो। टाटा मोटर्स वर्कर्स यूनियन के महामंत्री आरके सिंह ने टेल्को वर्कर्स यूनियन के एक सदस्य हर्षवर्धन पर आरोप लगाया कि उन्होंने 8 साल तक टेल्को वर्कर्स यूनियन का रजिस्ट्रेशन समाप्त करने के लिए लड़ाई लड़ी और जब सरकार के द्वारा 980 यूनियन की मान्यता रद्द हुई तो इसी क्रम में टेल्को वर्कर्स यूनियन की भी मान्यता रद्द हो चुकी है। बार-बार डीएलसी को पत्र देने के बाद भी पूरे दस्तावेज के साथ वह श्रम मंत्रालय में अपना रजिस्ट्रेशन नहीं करा पाए। आज वह कह रहे हैं कि उनकी रजिस्टर्ड यूनियन है। उनसे वार्ता की जाए। उन्होंने कहा कि 2600 अस्थाई कर्मचारी अगर कोर्ट कचहरी के चक्कर में पड़ गए तो उनका भविष्य अंधकार में हो जाएगा। उन्होंने कहा कि टाटा मोटर्स के कर्मचारी चाहे अस्थाई हों या स्थाई यूनियन सभी के हितों की रक्षा के लिए पूरी तरह कटिबद्ध है। प्रेस कॉन्फ्रेंस को टाटा मोटर्स वर्कर्स यूनियन के अध्यक्ष गुरमीत सिंह ने भी संबोधित किया और कहा कि जो भी अस्थाई कर्मी स्थाई किए जाएंगे। वह किसी भी सूरत में किसी बाहरी प्लांट में नहीं जाएंगे। उनको जमशेदपुर के प्लांट में ही स्थाई कराया जाएगा।