न्यूज़ बी रिपोर्टर, जमशेदपुर : कदमा थाना क्षेत्र के शास्त्री नगर में अफवाह के चलते बवाल हो गया था। यहां सांप्रदायिक संघर्ष में पथराव हुआ। तीन दुकानें जला दी गई थीं। सब कुछ एक अफवाह के चलते हुआ। अफवाह फैला दी गई थी कि रामनवमी के झंडे से प्रतिबंधित मांस बांध दिया गया था। इस सूचना पर मौके पर पुलिस पहुंची थी। मामले की जांच में सामने आया है कि रामनवमी के झंडे में कुछ भी नहीं बांधा गया था। एक तार में मुर्गा बेचने वाले ने पचौनी बांधकर लटकाई थी। यह मुर्गे की पचौनी थी। जिसे अराजक तत्वों ने प्रतिबंधित मांस बताकर अफवाह फैला दी थी। पुलिस की जांच में यह बात सामने आई है।
एसएसपी प्रभात कुमार ने पत्रकारों को बताया की घटना के बाद दोनों पक्षों के लोगों को बुलाया गया था और उन्हें हालात से रूबरू कराया गया और उन्हें समझाया गया। इसके बाद दोनों पक्ष पूरे मामले को समझने के बाद संतुष्ट होकर वापस चले गए थे। एसएसपी ने बताया कि मुर्गा बेचने वाले जिस दुकानदार ने पचौनी तार में बांधकर लटकाई थी। वह अक्सर ऐसा ही करता था। क्योंकि, जमीन में फेंक देने से जानवर पचौनी यहां वहां फैला देते हैं। इसी हालात से बचने के लिए वह इसे ऊपर तार में टांग देता था। एसएसपी ने बताया कि शास्त्री नगर में हुए बवाल के मामले में अब तक 59 लोगों को जेल भेजा गया है। कई लोगों से पूछताछ की जा रही है। कई संदिग्ध लोगों की तलाश में छापामारी चल रही है।
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