इमरान हैदर रिजवी, कौशांबी : कौशांबी ज़िले में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रति अलग ही श्रद्धा देखने को मिलती है। यहां पर उनके एक भगत ने मानो मंदिर में शिव जी की मूर्ति के सामने मोदी की प्रतिमा बना रखी है। और वो हर साल प्रतिमा के सामने केक काट कर उनका जन्मदिन धूमधाम से मनाया करता है।
इतना ही नही भगत का मानना है कि शिव जी मूर्ति के सामने मोदी प्रतिमा को शक्ति मिलती है। और इसकी शक्ति से नरेंद्र मोदी कभी किसी चुनाव में हर नही सकते।
आज मनाया जा रहा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का जन्मदिन
आज पूरे देश में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का 72वां जन्मदिन मनाया रहा है। उनके मानने वाले अलग अलग तरीको से उनका जन्मदिवस मना रहे है। इसी कड़ी में चायल तहसील के भगवानपुर गाँव मे स्थित नमो मंदिर में स्थापित मोदी की प्रतिमा के सामने उनके भगत बृजेन्द्र नारायण मिश्र ने पहले तो मंत्रोच्चार का जप किया। और फिर केक काट कर जन्मदिन धूमधाम से मनाया। प्रधानमंत्री का जन्मदिवस मनाने के लिए उन्होंने कड़ी मेहनत भी की है। सूर्य उदय से ही भगत बृजेन्द्र नारायण मिश्र ने मन्त्रो का जप करना शुरू कर दिया था। ताकि प्रधानमंत्री को लंबी आयु मिले। और वो हर चुनाव में विजयी हो।
2014 में बना था प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का यह मंदिर
कौशांबी का यह अनोखा मंदिर, यहां की चायल विधानसभा के ग्राम भगवानपुर में स्थित है। इस गांव में एक प्राचीन शिव मंदिर है जहां के पुजारी ब्रजेन्द्र नारायण मिश्र उर्फ भगवानपुरी ने 21 जनवरी, 2014 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की एक मूर्ति स्थापित की थी। इस मूर्ति की स्थापना के पीछे उनका मकसद था कि नरेंद्र मोदी देश के प्रधानमंत्री बनें। उनकी मानें तो मूर्ति की स्थापना के बाद लगातार भाजपा की पूर्ण बहुमत की सरकार बनती आ रही है। बृजेंद्र नारायण मिश्र उर्फ भगवानपुरी के मुताबिक उन्होंने 2014 में नरेंद्र मोदी की एक मूर्ति स्थापित की थी, क्योंकि वह पूजा-अर्चना कर नरेंद्र मोदी को प्रधानमंत्री के तौर पर देखना चाहते थे।
उनका मानना है कि भगवान शिव के पूजन से ही 2014 और 2019 में देश में प्रधानमंत्री मोदी की पूर्ण बहुमत की सरकार बनी और तो और, 2017 में उत्तर प्रदेश में भी भाजपा की पूर्ण बहुमत की सरकार बनी। इतना ही नही 2022 में भाजपा की पूर्ण बहुमत की सरकार बनाने के लिए लगातार पूजा-अर्चना किया था और पूर्ण बहुमत की सरकार भी बन गई। पुजारी ने बताया कि उनका संकल्प है कि यहां खुद देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आएंगे और तभी वे इस संकल्प और पूजा-अर्चन का समापन करेंगे।