–रात 2:00 बजे पुलिस लाइन में हुई जमकर मारपीट,
-कौशांबी की इस घटना से उत्तर प्रदेश की पुलिस हुई शर्मसार
इमरान हैदर रिजवी, कौशांबी : कौशांबी जनपद के पुलिस लाइन में एक पुरुष सिपाही के चक्कर में दो महिला सिपाहियों के बीच जमकर बवाल हुआ। विवाद की जानकारी होने पर एसपी ने 3 पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया है। प्रकरण की जांच एडिशनल एसपी को सौंपकर रिपोर्ट तलब कर ली है। दरअसल नगर कोतवाली में महिला थाने की एक महिला सिपाही पुलिस लाइन में रहती है। जिस पुलिस कांस्टेबल अजीत यादव के पीछे यह घटना घटी वह भी लाइन हाजिर चल रहा है। गुरुवार रात इन तीनों के बीच जमकर मारपीट हुई। झगड़ा इतना बढ़ा कि बैरक से निकलकर पूरा पुलिस स्टाफ बाहर आ गया। एसपी हेमराज मीणा सीओ सिटी योगेंद् नारायण तथा महिला प्रभारी सुशीला त्रिपाठी भी मौके पर पहुंच गए। अफसरों के पहुंचने से पहले स्टाफ के सीनियर झगड़ा शांत करा चुके थे। अधिकारियों ने तीनों आरोपियों को कड़ी फटकार लगाई। मारपीट किस बात पर हुई इस बाबत महकमे में कुछ भी बोलने को कोई तैयार नहीं है। प्रतिसार निरीक्षक की ओर से एसपी को भेजी गई रिपोर्ट में है कि कांस्टेबल अजीत यादव ने महिला आरक्षी रिंकी के साथ मिलकर सुधागौड़ को अपने कमरे में बुलाया और उसके साथ मारपीट की। कुछ लोगों का कहना है कि सुधा खुद कमरे में पहुंची थीं। रात के 2:00 आखिर ऐसी कौन सी बात थी कि सुधा गौर को योजनाबद्ध तरीके से कमरे में बुलाकर पीटना पड़ा। इन तमाम सवालों का जवाब पुलिस लाइन के अधिकारी देने से कतरा रहे हैं। एसपी हेमराज मीणा ने कांस्टेबल अजीत यादव मंझनपुर कोतवाली में तैनात महिला आरक्षी रिंकी यादव और महिला थाने की आरक्षी सुधागड़ को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है। अपर पुलिस अधीक्षक की रिपोर्ट के आधार पर अग्रिम कार्रवाई की जाएगी। एसपी ने इस प्रकरण को गंभीर अपराध माना है। आदेश में एसपी ने इस घटना को पुलिस की प्रतिष्ठा पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ने के साथ आम जनमानस में पुलिस की छवि को धूमिल करने वाला बताया है और आरोपों के घेरे में आए पुलिसकर्मियों का कृत पदेन कर्तव्य के प्रति घोर लापरवाही अनुशासनहीनता है। एसपी ने उत्तर प्रदेश अधीनस्थ श्रेणी के पुलिस अधिकारियों के नियमावली 1991 के नियम 17 के तहत निहित शक्तियों का प्रयोग करते हुए पुलिसकर्मियों को निलंबित किया है, साथ ही आरोपी पुलिसकर्मियों के बिना अनुमति जिले से बाहर जाने पर प्रतिबंध लगाया है।