कांग्रेस भी मुख्यमंत्री के पद पर कर सकती है दावा
न्यूज़ बी रिपोर्टर, रांची: अवैध खनन पट्टा आवंटित करने के मामले में झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन मुसीबत में पड़ गए हैं। उनकी विधानसभा सदस्यता जाने वाली है। निर्वाचन आयोग ने राज्यपाल को इस संबंध में पत्र भेज दिया है। अब राज्यपाल को इस मामले में फैसला लेना है। माना जा रहा है कि निर्वाचन आयोग ने राज्यपाल से सिफारिश की है कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की विधानसभा की सदस्यता रद्द कर दी जाए। इस तरह मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की विधायक की छिनी तो उन्हें मुख्यमंत्री बदलना होगा। ऐसे में हेमंत सोरेन की पत्नी कल्पना सोरेन मुख्यमंत्री बन सकती हैं।
कांग्रेस भी कर सकती है मुख्यमंत्री के पद पर दावा
दूसरी संभावना यह भी है कि कांग्रेस झामुमो पर दबाव डालें कि अगर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन अपने पद पर नहीं रहते हैं, वैसे मैं कांग्रेस का मुख्यमंत्री हो। अगर ऐसा हुआ तो गठबंधन टूटने का भी खतरा होगा। कांग्रेस की इस मांग से झामुमो में मैसेज जाएगा कि उसे ब्लैकमेल किया जा रहा है। कांग्रेस ने अपना मुख्यमंत्री बनाने की बात कही तो जनता के बीच उसकी छवि पर भी असर पड़ेगा। जनता के बीच मैसेज जाएगा कि कांग्रेस एक स्वार्थी पार्टी है, जो अपने साथी की मुसीबत का फायदा उठा रही है। कांग्रेस और झामुमो का गठबंधन टूटा तो देश की राजनीति पर इसके दूरगामी परिणाम होंगे।आगे की रणनीति बनाने के लिए ही महागठबंधन की शुक्रवार को बैठक रखी गई है। दूसरी तरफ मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन उनके बारे में कोई भी फैसला आने के बाद सुप्रीम कोर्ट जा सकते हैं।
चंपई व जोबा मांझी के भी नाम की चर्चा
शिबू सोरेन को भी मुख्यमंत्री बनाया जा सकता है। कहा जा रहा है कि हेमंत सोरेन की पत्नी कल्पना सोरेन ओडिशा की मूल निवासी हैं। इसलिए, वह सुरक्षित सीट से उपचुनाव नहीं लड़ सकते। ऐसे में सवाल तैर रहा है कि क्या हेमंत सोरेन झामुमो के निष्ठावान विधायक चंपई सोरेन पर दांव लगाएंगे या फिर जोबा मांझी को मुख्यमंत्री बनाया जा सकता है। लेकिन अगर ऐसा हुआ तो झामुमो पर से सोरेन परिवार की पकड़ कमजोर पड़ने का भी खतरा है।