न्यूज़ बी रिपोर्टर, यूपी : जैसा कि पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने रविवार को सुबह कहा था कि वह अपनी जनता को सरप्राइज़ देने जा रहे हैं। पाकिस्तान की नेशनल असेंबली की कार्यवाही शुरू होते ही स्पीकर ने अविश्वास प्रस्ताव को खारिज कर दिया है। नेशनल असेंबली के स्पीकर ने कहा कि कि वह इस अविश्वास प्रस्ताव को कानून के खिलाफ समझकर खारिज करते हैं। नेशनल असेंबली की कार्रवाई शुरू होते ही पाकिस्तान के कानून मंत्री फवाद चौधरी ने कहा कि विपक्ष ने इमरान खान की सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पेश किया है। लेकिन, यह अविश्वास प्रस्ताव पेश होने से पहले एक मुल्क में पाकिस्तान के राजदूत को बुलाकर कहा गया था कि उनके देश में अविश्वास प्रस्ताव आने वाला है और अगर अविश्वास प्रस्ताव सफल होता है तो पाकिस्तान के रास्ते आसान होंगे। अगर अविश्वास प्रस्ताव असफल होता है और इमरान खान प्रधानमंत्री बने रहते हैं तो उनके पाकिस्तान का खराब समय शुरू होगा। कानून मंत्री ने पाकिस्तान के संविधान की धारा 5 ए के तहत इसे गैरकानूनी और विदेशी हस्तक्षेप करार देते हुए स्पीकर से मांग की कि वह इस अविश्वास प्रस्ताव को गैरकानूनी करार दें। इसके बाद स्पीकर ने इसे गैरकानूनी करार दे दिया। इसी के साथ कार्रवाई समाप्त की गई। विशेषज्ञों का मानना है कि अब पाकिस्तान में संवैधानिक संकट खड़ा हो गया है। इमरान खान अल्पमत में हैं। पाकिस्तान की नेशनल असेंबली में अविश्वास प्रस्ताव पर वोटिंग करने के लिए विपक्ष के बड़े-बड़े नेता पहुंच गए थे। पूरा विपक्ष वहां था। विपक्ष यह उम्मीद कर रहा था कि अविश्वास प्रस्ताव पर वोटिंग होगी और इमरान खान की सरकार गिर जाएगी। पाकिस्तान के संवैधानिक विशेषज्ञों को भी इस बात की भनक नहीं थी कि आगे क्या होने वाला है। दूसरी तरफ, इमरान खान ने पाकिस्तान के राष्ट्रपति को नेशनल असेंबली को भंग करने और नया चुनाव कराने की सिफारिश भेज दी है। विपक्ष ने स्पीकर के फैसले को पाकिस्तान के सुप्रीम कोर्ट में चुनौती देने की बात कही है।