न्यूज़ बी रिपोर्टर, जमशेदपुर : राजधानी रांची के मुरी ओपी इलाके में 19 फरवरी को काशीडीह गांव में शंकर माहली नाम के व्यक्ति की हत्या गांव की ही महिला सुशीला माहली ने की थी। शंकर माहली और सुशीला माहली को गलत निगाह से देखता था। छेड़खानी करता था। इसका बदला लेने के लिए सुशीला माहली ने अपने एक साथी के साथ शंकर माहली की पहले गला दबाकर हत्या की और बाद में धारदार हथियार से उसे काट डाला। उसकी दोनों आंखें भी फोड़ कर निकाल दीं। पुलिस ने घटना की तफ्तीश के बाद सुशीला माहली और उसके साथी नितिन माहली को सोमवार को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। प्रेस कॉन्फ्रेंस में ग्रामीण एसपी मोहम्मद नौशाद आलम ने बताया कि शंकर माहली को सुशीला माहली को गलत निगाह से देखता था और छेड़खानी करता था। सुशीला माहली ने इसका बदला लेने के लिए शंकर माहली की हत्या की। सुशीला माहली ने अपना जुर्म इकबाल कर लिया है। अपने बयान में उसने बताया है कि शंकर माहली से बदला लेने के लिए उसने गांव के ही एक युवक नितिन माहली से बात की। नितिन माहली को ₹5000 और अपनी एक डिसमिल जमीन देने की बात कही। इस पर नितिन माहली भी सुशीला माहली का साथ देने के लिए तैयार हो गया। दोनों शंकर माहली के घर गए और गला घोट कर उसकी हत्या कर दी। थोड़ी देर बाद फिर दोनों शंकर माहली के घर गए और इस बार धारदार हथियार से उसे काटा और आंखें फोड़ कर निकाल ली। पुलिस ने खून लगा गमछा भी बरामद कर लिया है। इसी गमछे से गला घोटा गया है। साथ ही धारदार हथियार भी बरामद कर लिया है। पुलिस ने दोनों को जेल भेज दिया है। ग्रामीण एसपी ने बताया कि घटना के खुलासे में सिल्ली ओपी प्रभारी को भी लगाया गया था। सिल्ली ओपी प्रभारी ने मृतक के मोबाइल का सीडीआर भी निकाला और उसी के आधार पर वह सुशीला माहली तक पहुंची और घटना का खुलासा हुआ।