न्यूज़ बी रिपोर्टर, आजमगढ़ : उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री सपा के अखिलेश यादव ने मैनपुरी की करहल विधानसभा सीट से विधायक बनने के बाद आजमगढ़ की सीट छोड़ दी थी। आजमगढ़ से वह सांसद चुने गए थे। अब इस सीट पर उप चुनाव हो रहे हैं। भाजपा और बसपा ने तो अपने उम्मीदवार का ऐलान कर दिया है। लेकिन सपा से कौन चुनाव लड़ेगा इसे लेकर अभी सस्पेंस बरकरार है। भाजपा से भोजपुरी स्टार दिनेश लाल यादव उर्फ निरहुआ चुनावी मैदान में है। जबकि बसपा से शाह आलम उर्फ गुड्डू जमाली ने अपना नामांकन दाखिल किया है। पार्टी सूत्रों की मानें तो सोमवार को आजमगढ़ कलेक्ट्रेट में अखिलेश यादव की पत्नी डिंपल यादव और धर्मेंद्र यादव दोनों पर्चा दाखिल करेंगे। यहां से सपा का उम्मीदवार कौन होगा, 9 जून को सपा प्रमुख अखिलेश तय करेंगे। इसके बाद डिंपल याद रमेंद्र में से कोई एक पर्चा वापस लेगा।
डिंपल व धर्मेंद्र में कौन पड़ेगा भारी
कहा जा रहा है कि दोनों के बीच खींचतान है। बदायूं के पूर्व सांसद सपा के धर्मेंद्र यादव आजमगढ़ से चुनाव लड़ना चाहते हैं। जबकि, डिंपल यादव भी चाहती हैं कि वह यहां से जीतकर लोकसभा जाएं। ताकि, राजनीति में उनका वजूद बरकरार रहे। अखिलेश यादव पशोपेश में है कि वह पत्नी के नाम पर मुहर लगाएं या भाई धर्मेंद्र यादव को टिकट दें।
सपा के बाहुबली विधायक रमाकांत ने भी खरीदा है पर्चा
हालांकि सपा की तरफ से आजमगढ़ की फूलपुर पवई सीट से पार्टी के बाहुबली विधायक रमाकांत यादव ने भी पर्चा खरीदा है। उनका भी जिले की राजनीति में काफी दबदबा है। 2009 में सांसद भी बने थे। जबकि साल 2014 के लोकसभा चुनाव में वह भाजपा प्रत्याशी थे और मुलायम सिंह यादव को कड़ी टक्कर दी थी। आजमगढ़ के लोगों की निगाहें इस बात पर टिकी हुई हैं कि यहां से सपा का चेहरा कौन होगा। पार्टी सूत्रों की मानें तो सपा कार्यकर्ता डिंपल यादव को ही तरजीह दे रहे हैं।
26 जून को आजमगढ़ में होगी वोटिंग
गौरतलब है कि साल 2019 के चुनाव में आजमगढ़ सीट से सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने भाजपा के उम्मीदवार दिनेश लाल यादव उर्फ निरहुआ को 2 लाख 59 हजार 874 वोट से हराया था। आजमगढ़ में लोकसभा उपचुनाव में 26 जून को वोटिंग होगी। 2176 बूथ पर वोट डाले जाएंगे। पर्चा दाखिल करने की आखिरी तारीख 6 जून है। 7 जून को नामांकन पत्रों की जांच होगी और 9 जून तक नाम वापस लिए जा सकेंगे।