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तालाबों से जलकुंभी की सफाई के लिए रांची नगर निगम ने मंगाई 1.75 करोड़ की वीड हार्वेस्टिंग मशीन


तालाबों से जलकुंभी की सफाई के लिए रांची नगर निगम ने मंगाई 1.75 करोड़ की वीड हार्वेस्टिंग मशीन

जगन्नाथपुर तालाब से जलकुंभी निकालेगी मशीन, पूजा पाठ के बाद मेयर ने कराया शुभारंभ

राजधानी के एक दर्जन तालाब की हालत है खराब
न्यूज़ बी रिपोर्टर, रांची :
रांची नगर निगम राजधानी के तालाबों व डैम से जलकुंभी की सफाई वीड हार्वेस्टिंग मशीन से करेगा। तकरीबन 1.75 करोड़ की लागत से निगम ने इस मशीन को खरीदा है। मंगलवार की शाम मेयर डा आशा लकड़ा वीड हार्वेस्टिंग मशीन लेकर जगन्नाथपुर तालाब पहुंचीं और पूजा पाठ के बाद विधिवत रूप से जलकुंभी निकालने का काम शुरू हुआ। जगन्नाथपुर तालाब की सफाई के बाद इस मशीन से कांके डैम को जलकुंभी मुक्त किया जायेगा। तालाब सफाई के नाम पर हर साल नगर निगम लाखों रुपये खर्च करता है। छठ के दौरान तालाबों की सफाई के लिए निगम स्थानीय मछुआरों की मदद हर साल लेता था। लेकिन इस बार मशीन की खरीदारी होने के बाद निगम को इन लोगों की मदद नहीं लेनी होगी।

राजधानी में एक दर्जन से अधिक तालाबों की हालत खराब
शहर में एक दर्जन से अधिक तालाब ऐसे हैं। जो जलकुंभी व जलीय झाड़ियों से ढंके हुए हैं। शहर के बड़ा तालाब, जगन्नाथपुर तालाब, कांके डैम, एदलहातू तालाब, तिरिल तालाब सहित कई अन्य तालाब ऐसे हैं। जहां पानी में गंदगी तैर रही हैं। ऐसे में इन तालाबों की सफाई अब नगर निगम तेज गति से कर सकेगा।
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ऐसे काम करती है मशीन
वीड हार्वेस्टिंग मशीन पानी में तैरते हुए जलकुंभी व पानी में तैरते हुए कचरे को एकत्र कर लेती है। फिर इसमें एक निर्धारित जगह रहता है। जहां यह कचरा को एकत्र कर लेता है। एक बार पूरी तरह से कचरा एकत्र हो जाने के बाद वह इसे किनारे पर ले जाकर फेंक देता है। इस प्रकार से पूरे तालाब में घूम-घूमकर यह कचरे को एकत्र करता है।

छठ घाट की सफाई में मुफीद साबित होगी मशीन
मेयर डॉ आशा लाकड़ा मंगलवार को वीड हार्वेस्टर मशीन लेकर जगन्नाथपुर पहुंचीं। यहां पूजा पाठ के बाद वीड हार्वेस्टर मशीन से जगन्नाथपुर तालाब की जलकुंभी निकालने का काम शुरू कर दिया गया। इस मशीन से तालाब की जलकुंभी और गंदगी की सफाई होगी। मेयर आशा लकड़ा ने बताया कि शहरी क्षेत्र में दो बड़े डैम हैं। कई तालाब हैं। इसके अलावा स्वर्णरेखा, जुमार आदि नदियां हैं। इन नदियों से भी जलकुंभी साफ की जाएगी। उन्होंने कहा कि मजदूर और सफाई कर्मी लगाने से जलकुंभी साफ नहीं हो पाती थी। इसीलिए वार्ड पार्षदों ने वीड हार्वेस्टर मशीन खरीदने का फैसला किया है।

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