जमशेदपुर : बिष्टुपुर के गोपाल मैदान में विशाल टुसू मेले (Tusu Mela ) में लाखों रुपए के पुरस्कार बांटे गए। इस मेले में सांस्कृतिक व पारंपरिक गीत व नृत्य पेश हुए, जिन्हें देखकर लोगों ने दांतों तले उंगलियां दबा लीं। इस मेले में आसपास के राज्यों ओडिशा, पश्चिम बंगाल आदि से आकर्षक टुसू, चौड़ल के लिए नकद पुरस्कार दिए गए। बूढ़ी गाड़ी नाच भी हुआ।
सांसद ने पांच टुसू गीत गाकर माहौल बना दिया। उन्होंने गाया चल सोजोनी जाबो जोमुना, देखे आसबो कालो सोना, दुनिया पागल मोदेर बोतोले और तोखे कौन साला पागल बोले आदि टुसू गीत गाया।
हेलीकॉप्टर रहा आकर्षण का केंद्र
मेले में टेंपो में हेलीकॉप्टर आकर्षण का केंद्र रहा। इस मेले में वैसे तो कई नृत्य व गीत दल लोगों को पसंद आए। लेकिन एक टेंपो को हेलीकॉप्टर का रूप दिया गया था। इस टेंपो को देखने के लिए लोगों की भीड़ उमड़ रही थी। कार्यक्रम में मौजूद सांसद विद्युत वरण महतो ने कहा कि झारखंड की भाषा व संस्कृति खतरे में है। इसे बचाने की जरूरत है। सांसद ने कहा कि उच्च शिक्षा पाने के बाद लोग अपनी संस्कृति भूल जाते हैं और परंपरा से दूर हो रहे हैं। यह लोग मांदर व धमसा आदि टांग कर बजाने में शर्म महसूस करते हैं। हमें अपनी परंपरा जीवित रखने की जरूरत है। झामुमो नेता आस्तिक महतो ने टुसू प्रतिमा और चौड़ल का इतिहास लोगों के सामने रखा और कहा कि लोगों को एक साथ रहने और नशे से दूर रहने की जरूरत है। पूर्व मंत्री बन्ना गुप्ता ने कहा कि लौह नगरी शहादत की धरती है। संस्कृति और सभ्यता को बचाने के लिए टुसू मनाया जाता है।
मेले में ठेला खोमचे वालों की भीड़ रही। गोलगप्पा, चना, मिठाई, चाय, मूंगफली आदि की दुकानें लगी थीं।
Tusu Mela में रंजीत महतो और टीम को सुनने को बेताब दिखे लोग
मनोहरपुर के मशहूर झूमर गायक रंजीत महतो भी अपनी टीम के साथ इस मेले (Tusu Mela) में आए थे। उनके गाए गीत लोगों को खूब पसंद आए। गीत सुनकर लोग झूम उठे। गीतों की शुरुआत उन्होंने पहले बूढ़ा बाबा से की। इसके बाद बोछोर पूरे जाबो समेत कई टुसु व झूमर गीत गाए।
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Tusu Mela में ₹31000 का मिला प्रथम पुरस्कार
मेला में टुसू के लिए सात, चौड़ल के लिए चार और बूढी गाड़ी नाच के लिए चार विजेताओं को पुरस्कृत किया गया। टुसू विजेताओं में पहला पुरस्कार पाने वाले को 31000 रुपए,दूसरा पुरस्कार पाने वाले को ₹25000,तीसरा पुरस्कार पाने वाले को ₹20000, चौथा पुरस्कार पाने वाले को ₹15000, पांचवां पुरस्कार पाने वाले को ₹11000, छठा पुरस्कार पाने वाले को ₹7000 और सातवां पुरस्कार पाने वाले को ₹5000 का इनाम दिया गया। चौड़ल के लिए पहला पुरस्कार पाने वाले को ₹25000, दूसरा पुरस्कार पाने वाले को ₹20000, तीसरा पुरस्कार पाने वाले को ₹15000 और चौथा पुरस्कार पाने वाले ₹11000 दिए गए। बूढ़ी गाड़ी नाच के लिए पहला पुरस्कार पाने वाले को ₹15000, दूसरा पुरस्कार पाने वाले को ₹11000, तीसरा पुरस्कार पाने वाले को ₹7000 और चौथा पुरस्कार पाने वाले को ₹5000 दिए गए। कार्यक्रम में विधायक सविता महतो, पूर्व सांसद सुमन महतो, मंच के मुख्य संयोजक आस्तिक महतो, बिल्डर फरिंदर महतो, रमेश हांसदा, पूर्व पार्षद चंद्रावती महतो, बिल्डर विकास सिंह, आरके सिंह आदि मौजूद रहे।
विजेताओं के नाम
टुसू प्रतिमा
प्रथम : सुधीर महतो (चाडरी)
द्वितीय : जगन्नाथ महतो (सोसोमोली, राजनगर)
तृतीय : धनंजय महतो (पदनामसाई, राजनगर)
चतुर्थ : सूरज महतो (तुमुंग, राजनगर)
पंचम : प्रशांत (उज्जपुर, गम्हरिया)
छठा : गणेश चंद्र महतो (गेगेरुली)
सातवां : प्रदीप महतो (सिंधुकोपा)
चौड़ल
प्रथम : श्री श्री माँ दुर्गा चौड़ल समिति (बाँधडीह, तमाड़ रांची)
द्वितीय : शिव शंकर महिला समिति (घोड़ाबंधा, सिंदरी पुरुलिया)
तृतीय : आदिवासी किसान चौड़ल समिति (कुजियाम्बा, खूंटी)
चतुर्थ : न्यू स्टूडेंट क्लब (बोड़ाम)
बूढ़ी गाड़ी नाच
प्रथम : फातु बास्के (बलराम बस्ती, सोनारी)
द्वितीय : मतला सोरेन (जोजोगोड़ा, सरायकेला)
तृतीय : मुचीराम मुर्मू (हेलीकाप्टर)
चतुर्थ : चुनाराम बास्के (बाबा तिलका माझी, सोनारी)