न्यूज़ बी रिपोर्टर, दिल्ली: पैगंबर हजरत मोहम्मद मुस्तफा स के चचेरे भाई इमाम और खलीफा हजरत अली अलैहिस्सलाम की शहादत का गम पूरे देश भर में मनाया जा रहा है। शिया समुदाय यह गम मनाया जा रहा है। हजरत अली अलैहिस्सलाम की शहादत के हवाले से दिल्ली, लखनऊ, भोपाल, मुंबई, हैदराबाद, पटना, इलाहाबाद, जमशेदपुर, रांची, कोलकाता और कानपुर समेत शहर के विभिन्न शहरों में मजलिसें आयोजित की जा रही हैं। इन मजलिसों में उलमा हज़रत अली अलैहिस्सलाम की शहादत का जिक्र कर रहे हैं। गौरतलब है कि 19 रमजान को हज़रत अली अलैहिस्सलाम के सर पर इराक के कूफा शहर की मस्जिद में तलवार पर से हमला किया गया था। इस हमले में हजरत अली अलैहिस्सलाम जख्मी हुए थे। 21 रमजान को उनकी शहादत हुई थी। यह हमला इब्ने मुलजिम ने किया था। तलवार को सीरिया के दमिश्क में जहर से बुझाया गया था। शिया समुदाय इब्ने मुलजिम और उनके भेजने वालों पर लानत करता है। मजलिसों के बाद गम के जुलूस निकाले जा रहे हैं। इन जुलूस में नोहा खानी और सीनाजनी भी की जा रही है। नौहा पढ़ा जा रहा है- मोमिनो हैदर ए कर्रार का मातम कर लो, वो पयंबर के अजादार का मातम कर लो, जर्बे शकी से मस्जिद ए कूफा लहू लहू, ऐ रोजेदारो आहो बुका के यह रोज हैं।
इसे भी पढ़ें- मंझनपुर में निकला जुलजनाह व ताबूत का जुलूस
Pingback : हजरत अली की शहादत पर मस्जिद जाफरिया में या अली मौला अली की आवाज गूंजी - News Bee