जमशेदपुर : बिष्टुपुर में बागबेड़ा हाउसिंग जलापूर्ति योजना का फिल्टर प्लांट का काम 26 जुलाई को पूरा करने की बात पेयजल एवं स्वच्छता विभाग ने कही थी। इसे लेकर विभाग ने डीसी ऑफिस के कोर्ट में हलफनामा दायर किया था। लेकिन 26 जुलाई तक काम पूरा नहीं हो सका है।
इस पर शुक्रवार को बागबेड़ा महानगर विकास समिति के अध्यक्ष सुबोध झा ने मामले की शिकायत डीसी से की है और मांग की है कि कोर्ट में झूठा हलफनामा दायर करने वाले पेयजल एवं स्वच्छता विभाग के अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई हो। यह फिल्टर प्लांट 21 लाख 63000 की लागत से बनाया जाना है। सुबोध झा ने मांग की है कि 21 लाख 63000 रुपए विभाग के अधिकारियों से वसूले जाएं। सुबोध झा ने बताया कि पेयजल एवं स्वच्छता विभाग के कार्यपालक अभियंता ने डीसी के न्यायालय में पिछले साल 27 अप्रैल को कहा था कि फिल्टर प्लांट का काम चालू कर दिया गया है और 15 महीने में काम पूरा हो जाएगा। बाद में पता चला कि काम चालू नहीं हुआ है। इसके बाद इसी कोर्ट में पेयजल एवं स्वच्छता विभाग के अधिकारियों ने अपना पक्ष रखते हुए 18 सितंबर साल 2023 को कहा था कि काम चालू किया जा रहा है। इसे अगले साल 26 जुलाई साल 2024 तक पूरा कर दिया जाएगा। इस पर डीसी ने कहा था कि हर हाल में 19 सितंबर से काम शुरू करें। लेकिन 26 जुलाई 2024 गुजर गई है। काम पूरा नहीं हुआ है। बागबेड़ा कॉलोनी के 1140 घरों में अभी भी गंदे पानी की आपूर्ति की जा रही है, जो अमानवीय है।