जमशेदपुर : टेल्को वर्कर्स यूनियन ने टाटा मोटर्स में कर्मचारियों के लिए अस्वस्थकर माहौल का आरोप लगाया है। टेल्को वर्कर्स यूनियन के उपाध्यक्ष आकाश दुबे, जनरल सेक्रेटरी प्रकाश और सदस्य हर्षवर्धन ने स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता को पत्र लिखकर बताया है कि टाटा मोटर्स में कर्मचारी मानसिक दबाव में काम कर रहे हैं। इसी के चलते कर्मचारियों की हार्ट अटैक और ब्रेन हेमरेज से मौत हो रही है। कुछ की मौत कार्यस्थल पर हुई है, तो कुछ की उनके घर पर मृत्यु हुई है। आरोप है कि टाटा मोटर्स में प्रत्येक डिवीजन में कैंटीन का निर्माण कार्य स्थल से उचित दूरी पर नहीं किया गया है। मजदूरों को स्वास्थ्यवर्धक नाश्ता और भोजन नहीं मिल रहा है। टाटा मोटर्स में प्रतिवर्ष हेल्थ चेकअप की प्रणाली बनाई गई है जो शारीरिक व्यवस्था को बताती है। लेकिन, इसके बावजूद कर्मचारियों पर मानसिक दबाव होना एक सवाल खड़े करता है। कंपनी पर आरोप लगाया गया है कि वह अपने उत्पादन और मुनाफे के लक्ष्य को पूरा करने में ही जुटी है। कर्मचारियों की सेहत से उसका कोई मतलब नहीं रह गया है। मटीरियल की कमी हो या प्रोडक्शन लाइन में ब्रेकडाउन हो, कंपनी को इससे कोई फर्क नहीं पड़ता। प्रबंधन कार्य प्रणाली के विरुद्ध लाइन की गति को बढ़ाकर और साप्ताहिक कार्य अवधि बढ़ाकर अपने लक्ष्य को पूरा करने में जुटी हुई है।
demands inspection and action from Health Minister Banna Gupta, Jamshedpur: टेल्को वर्कर्स यूनियन ने बाई सिक्स विवाद में चल रही सुनवाई प्रक्रिया में खुद को शामिल करने की उठाई मांग, Telco Workers Union accuses Tata Motors of making workers work in unhealthy environment, स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने साकची में पीपीपी मोड पर चालू जांच सेंटर का किया उद्घाटन