न्यूज़ बी रिपोर्टर, जमशेदपुर: टाटा स्टील ने एलजीबीटी क्यूआईए समुदाय से ताल्लुक रखनेवाले नए बैच को शेयर्ड सर्विसेज डिवीजन में शामिल करने के साथ अपने ट्रांसजेंडर आधार का और विस्तार किया है। गुरुवार को पूरे भारत से कुल 18 ट्रांसजेंडरों को नियुक्त किया गया।
पिछले साल दिसंबर में, एक ऐतिहासिक पहल के रूप में टाटा स्टील के वेस्ट बोकारो डिवीजन ने अपने महत्वाकांक्षी सफर की शुरूआत करने के लिए 14 ट्रांसजेंडर को हेवी अर्थ मूविंग मशीनरी (एचईएमएम) ऑपरेटरों के रूप में अपनी खदानों में नियुक्त किया। अब तक कुल 97 ट्रांसजेंडरों को कलिंगानगर, वेस्ट बोकारो और जमशेदपुर सहित अन्य स्थानों पर नियुक्त किया गया है।
LGBTQIA+ समुदाय को शामिल करने के इस कदम का उद्देश्य न केवल रूढ़िवादिता को तोड़ना है। बल्कि ट्रांसजेंडर लोगों को समाज की मुख्यधारा में भी शामिल करना है। टाटा स्टील की डायवर्सिटी एंड इंक्लूजन (डी एंड आई) पहल का उद्देश्य एक ऐसा कार्यस्थल तैयार करना है जहां हर किसी का सम्मान हो। हर आवाज सुनी जाए और लोग अपने वास्तविक रूप में काम कर सकें।
सेंटर फॉर एक्सीलेंस (सीएफई) में गुरुवार को आयोजित ऑनबोर्डिंग कार्यक्रम में अत्रेयी सान्याल, वाईस प्रेसिडेंट, ह्यूमन रिसोर्स मैनेजमेंट, टाटा स्टील, प्रोबाल घोष, वाईस प्रेसिडेंट, शेयर्ड सर्विसेज, टाटा स्टील और संजीव कुमार चौधरी, अध्यक्ष, टाटा वर्कर्स यूनियन, सहित टीडब्ल्यूयू के अन्य वरिष्ठ सदस्यगण उपस्थित थे।
टाटा स्टील के ह्युमन रिसोर्स मैनेजमेंट के वाइस प्रेसिडेंट अत्रेयी सान्याल ने कहा, “टाटा स्टील परिवार में नए सदस्यों का स्वागत करते हुए मुझे खुशी हो रही है। टाटा स्टील LGBTQIA+ समावेशन को बढ़ावा देने और सभी के लिए एक बेंचमार्क कार्यस्थल बनाने के अपने प्रयासों को जारी रखेगी। एचआर उत्कृष्टता की यह यात्रा बेहद फायदेमंद रही है और हमें विविधता और समावेशन पर नए क्षितिज तलाशने के लिए प्रेरित करती है।