बूटी मोड़ पर दर्दनाक सड़क हादसा, ट्रेलर की चपेट में आने से भाई-बहन की मौत
-छह माह के जुड़वा बेटे का मुंहजूठी कराने रजरप्पा मंदिर जा रहा था परिवार
-दो बाइक पर दो बच्चा समेत सवार थे सात लोग, आर्मी कैंट गेट नंबर तीन के समीप ब्रेकर पर एक बाइक हुआ दुर्घटनाग्रस्त
-18 वर्षीय निकिता और छह माह का लुभान ट्रेलर की चपेट में आने से मौके पर ही हो गई मौत
-बाइक चला रहे विनय बाईं ओर गिर कर बच गया जबकि पीछे बैठी बुजुर्ग मां को हाथ में आयी हल्की चोट
-मुंहजूठी के दिन दुधमुंहे बच्चे व जवान बेटी को खो चुके मां-बाप का रो-रो कर बुरा हाल
-शाम में पोस्टमार्टम के बाद शव का किया गया अंतिम संस्कार
-लेकरोड के रहने वाले हैं मृतक बच्चे के पिता विनय वर्मा, कपड़ा दुकान में करते हैं काम
न्यूज़ बी रिपोर्टर, रांची: बड़े अरमान से अपने छह माह के जुड़वा बेटे का मुंहजूठी कराने हिंदपीढ़ी के लेकरोड स्थित घर से रजरप्पा माता मंदिर निकले विनय वर्मा की सड़क हादसे ने दुनिया ही उजाड़ दी। रविवार को विनय वर्मा का परिवार दो बाइक से रजरप्पा मंदिर जा रहा था। आर्मी कैैंट के सामने बने ब्रेकर के समीप विनय वर्मा की बाइक अनियंत्रित होकर लड़खड़ा गई। इसी बीच पीछे से आ रहे ट्रेलर ने चपेट में ले लिया। धक्का लगते ही बाइक चला रहे विनय वर्मा सड़के के बायीं ओर फेका गये। जबकि बाइक पर सवार विनय की बुजुर्ग मां, 18 वर्षीय बेटी निकिता और गोद में छह माह का दुधमुंहा बेटा लुभान सड़क पर जा गिरे। निकिता और लुभान ट्रेलर के चक्का के नीचे आ गया। जिससे दोनों भाई-बहन के परखच्चे उड़ गये। दोनों की दर्दनाक मौत हो गई। वहीं, बाइक के साथ विनय की मां को घसीटता हुआ ट्रेलर करीब 15 फीट आगे जाकर रुका। विनय की मां बाल-बाल बच गई। उसके सिर्फ हाथ में चोट आयी है। घटना के बाद मौके पर चीख पुकार मच गई। राहगीरों के साथ स्थानीय लोगों ने आवागमन रोककर सड़क पर बेसुध पड़ी बुजुर्ग को किनारे किया। तबतक मौके पर पहुंची पीसीआर और सदर थाना पुलिस ने दोनों भाई बहनों के शव को सड़क से उठाकर पोस्टमार्टम के लिए रिम्स भेज दिया। इधर, मौका देखकर ट्रेलर का चालक और खलासी फरार हो गया। पुलिस ने ट्रेलर को जब्त कर लिया है। इधर, शाम में पोस्टमार्टम के बाद शव का अंतिम संस्कार कर दिया गया।
पड़ोसी के साथ आगे जा रही निशा घटना से थी बेफिक्र, फोन आते ही उड़े होश
दो बाइक पर दो बच्चे समेत कुल सात लोग सबार थे। एक बाइक विनय वर्मा चला रहे थे। उनके बाइक पर गोद में छह माह के बेटे को लेकर बुजुर्ग मां और 18 वर्षीय बेटी सवार थी जबकि आगे-आगे चल रहे दूसरी बाइक पर विनय की पत्नी निशा दूसरे बेटे के साथ जा रही थी। दोनों बाइक साथ-साथ ही चल रहा था। ब्रेकर पार कर विनय के पड़ोसी निशा को लेकर आगे बढ़ गए जबकि विनय वर्मा की बाइक दुर्घटनाग्रस्त हो गई। घटना से बेफ्रिक निशा करीब दो-ढ़ाई किलोमीटर आगे बढ़ गई थी। इसी बीच घटना स्थल से किसी ने निशा फोन किया। फोन आते ही निशा के होश उड़ गये। जबतक आर्मी कैंट के समीप लौटी पुलिस ने दोनों के शव को वहां हटा दिया था। विनय बेसुध होकर कलेजा पीट रहे थे। स्थानीय लोगों के सहयोग से पुलिसकर्मियों ने किसी तरह विनय वर्मा और उसकी पत्नी को लेकर रिम्स पहुंचे। बुजुर्ग मां को रिम्स में भर्ती कराया।
दहाड़ मार कर रो रहे थे विनय, होश आते ही बुजुर्ग मां
रिम्स परिसर में दो अलग-अलग स्ट्रेचर पर मृत बेटा-बेटी का शव देखकर विनय वर्मा दहाड़ मारकर राे रहा था। पड़ोसी उसे किसी तरह संभाल रहे थे। वहीं, सुई दवाई के बाद जैसे ही विनय की मां इंद्रमणी देवी को होश पोता-पोती को खोजने लगी। दादी को यह नहीं बताया गया था कि जिस पोते को अपने गोद में लेकर पूजा कराने रजरप्पा मंदिर जा रही है वो अब इस दुनिया में नहीं है। बार-बार इंद्रमणी देवी स्ट्रेचर के पास खड़े स्वास्थ्य कर्मी से अपने पोता-पोती का हाल बताने को कह रही थी। पूछ रही थी कहां वो दोनों…., कहीं दिखायी नहीं दे रहा…। चुप क्यों हो बताओ न। हालांकि, उम्र को देखते हुए स्वजन बिना कुछ बताये उन्हें रिम्स से निकालकर एक वाहन से घर भेज दिया।
कहां चली गई रे निकिता…अब कौन पापा-पापा कहेगी—
विनय वर्मा बार-बार बेहोश हो जा रहे थे। जब भी होश आता सिर पीटने लगते। खुद मर जाना चाहते थे। बार-बार यही कहते बेटा-बेटी मर गया अब क्या करेंगे जीकर। छोड़ दो हम भी मर जाएंगे…। उनका रोना देखकर रिम्स परिसर में मौजूद अन्य लोगों का कलेजा फटा जा रहा था। बाेल रहे थे घर जाते ही बेटी पापा-पापा ये लीजिए, ऐसा मत कीजिए कहते रहती थी। अब कौन पापा-पापा कहेगा।
सुबह में ही पंडित ने खरमास में मुंहजूठन रस्म करने से किया था मना
विनय वर्मा के चचेरे भाई संजय वर्मा ने बताया कि आज लुभान और उसके जुड़वे भाई का मुंहजूठन था। रस्म को लेकर विनय सुबह में पंडित जी से बातचीत की थी। पंडितजी ने खरमास में मुंहजूठन रस्म नहीं करने को कहा था। इसके बाद भी विनय नहीं माना। ठंढ़ होने के बावजूद बाइक से ही रजरप्पा के लिए निकल गया। हमलोगों की नहीं कम से कम पंडितजी की बात मान लेता तो आज ये दिन नहीं देखना पड़ता।
चार साल पहले पहली पत्नी से हुआ था तलाक
स्थानीय लोगों के अनुसार विनय वर्मा की दो शादी हुई। पहली पत्नी से निकिता हुई। चार साल पहले पहली पत्नी से तलाक हो गया। तलाक के बाद निकिता पिता के साथ रहने लगी। वहीं, विनय ने निशा से दूसरी शादी की। छह माह पहले ही जुड़वा बच्चा हुआ था।
कपड़ा दुकान में काम करता है विनय
बड़े भाई नीरज वर्मा ने बताया कि अपनी मां और पत्नी बच्चे के साथ विनय लेकरोड में किराये की मकान में रहता है। अपर बाजार स्थित एक कपड़े दुकान में काम करता है। उसकी आर्थिक स्थिति बहुत अच्छी नहीं है।