गिफ्ट डीड के लिए मेन रोड की 25 व्यवसायिक इमारतों के बिल्डरों से मांगा नक्शा
नगर निगम के आठ इंजीनियरों की टीम ने शुरू किया गिफ्ट डीड पता लगाने का सर्वे
फिरायालाल चाैक से मान्यवर शोरूम तक किया गया सर्वे का काम, छह घंटे तक चली पड़ताल
इन सड़कों पर पहले चरण में चलेगा बुल्डोजर, मेन रोड, कांके रोड, रातू रोड और हरमू बायपास रोड
न्यूज़ बी रिपोर्टर, रांची : नगर निगम के इंजीनियरों ने मंगलवार से गिफ्ट डीड की जमीन का पता लगाने का के लिए सर्वे शुरू कर दिया है। सर्वे के लिए नगर निगम के आठ इंजीनियरों की टीम बनाई गई है। पूरी टीम ने सुबह 10:30 बजे से मेन रोड पर फिराया लाल चौक से सर्वे का काम शुरू किया। फिरायालाल चौक से डोरंडा ओवरब्रिज के नीचे से होते हुए मेन रोड के दूसरी तरफ शाम मान्यवर शोरूम तक 4:30 बजे तक सर्वे किया गया है। छह घंटे तक चली इस पड़ताल में 25 इमारतों के मालिकों से नक्शा मांगा गया है। इन लोगों ने अभी नक्शा नहीं दिया है। उनका कहना है कि वह एक-दो दिन में नक्शा देंगे। नक्शा मिलने के बाद ही पता चलेगा कि बिल्डर ने कितनी जमीन नगर निगम को गिफ्ट की है और फिर इसके बाद मापी करने के बाद पता लगाया जाएगा कि गिफ्ट डीड की कितनी जमीन पर बिल्डर ने कब्जा कर रखा है। गिफ्ट डीड की जमीन का पता लगने के बाद बुलडोजर लगाकर नगर निगम इस पर हुए अवैध निर्माण को तोड़ देगा।
चार मुख्य सड़कों पर पहले चलेगा बुलडोजर
रांची नगर निगम ने गिफ्ट डीड की जमीन पर अवैध कब्जे को हटाने के लिए सबसे पहले शहर की चार प्रमुख सड़कों को चुना है। इन सड़कों पर पहले सर्वे कराया जाएगा। इसके बाद गिफ्ट डीड का पता लगाने के बाद उस पर हुए निर्माण पर बुलडोजर चलेगा। रांची नगर निगम के अधिकारियों ने बताया कि सबसे पहले मेन रोड पर सर्वे शुरू कर दिया गया है। इसके बाद कांके रोड, रातू रोड और हरमू बायपास रोड पर सर्वे और बुलडोजर चलाने का काम होगा। इसके बाद नगर निगम की टीम छोटी सड़कों और गलियों की बिल्डिंग में गिफ्ट डीड पर कब्जे का पता लगाने का अभियान शुरू करेगी
कोकर में लक्ष्मी टावर के सामने गिफ्ट डीड की जमीन खाली करा चुका है नगर निगम
रांची नगर निगम कोकर में लक्ष्मी टावर के सामने गिफ्ट डीड की जमीन खाली करा चुका है। यहां गिफ्ट डीड की जमीन पर कब्जा था। इससे कोकर से रिम्स जाने वाली सड़क के मोड़ पर रोड काफी संकरी हो गई थी। इसके चलते यातायात में काफी दिक्कत हो रही थी। गुरुवार को नगर निगम ने बुलडोजर लगाकर यहां बनी दुकानें तोड़ दी थीं।