रांची: इंडिया गठबंधन के घटक दल कांग्रेस का ग्रामीण विकास मंत्री आलमगीर आलम टेंडर में कमीशन ले रहा था। ईडी ने पूछताछ के बाद उसे गिरफ्तार किया। गिरफ्तारी के बाद आलमगीर आलम ने शुक्रवार को इस्तीफा दे दिया है। मंत्री की गिरफ्तारी और इस्तीफे के बाद झारखंड में इंडिया गठबंधन की सियासत पर सवालिया निशान खड़ा हो गया है। आलमगीर आलम के नौकर जहांगीर आलम के घर से कई करोड़ रुपए बरामद होने के बाद यह साफ हो गया है कि जनता से सरकार जो टैक्स ले रही है। वह कहां जा रहा है। जो सरकार जनता के हित के लिए होनी चाहिए थी। वह सरकार जनता से भारी भरकम टैक्स वसूल रही है। शहरों में होल्डिंग टैक्स वसूला जा रहा है। वहीं कंपनियों को होल्डिंग टैक्स से छूट दी जा रही है। शहर में पानी का कनेक्शन लेने पर 42000 का शुल्क लिया जा रहा है। राजनीतिक जानकारों का कहना है कि एक-एक मंत्री के नौकरों के यहां करोड़ों रुपए मिल रहे हैं। ऐसे में सरकार के मंत्री समझते हैं की जनता अमीर है और उनसे जल शुल्क कनेक्शन के नाम पर अगर 42000 रुपया लिया जाए तो यह कोई छोटी रकम नहीं है। इसी सोच के चलते सरकार के मंत्री जनता का भला नहीं कर पा रहे हैं। आलमगीर आलम की गिरफ्तारी और टेंडर में कमीशन लिए जाने के खुलासे के बाद इंडिया गठबंधन के उम्मीदवारों के चुनावी प्रचार पर भी असर पड़ रहा है। जनता उनसे पूछ रही है कि आखिर इतना रुपया उनके नेता के नौकर के पास कहां से आया।