दिन में कैंची-छुरी तेज करने के नाम पर करते थे रेकी, रात में घरों में लगाते थे सेंध
रांची में 12 माह में 16 घरों में चोरी करने वाले गैंग का सरगना सहित पांच गिरफ्तार
गैंग में 9-10 अपराधी हैं शामिल, अन्य आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस कर रही छापेमारी
पुलिस से बचने के लिए नहीं रखता था मोबाइल, पैदल ही घटना को देता था अंजाम
पुलिस ने तकनीकी सेल की मदद से अपराधियों तक पहुंचा, निशानदेही पर मिले बड़ी मात्रा में चोरी के सामान
रजरप्पा के छोटी लारी गांव का रहने वाला है सरगना साहिल, अपने दो सगे भाइयों को भी गैंग में किया था शामिल
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न्यूज़ बी रिपोर्टर, रांची: दिन में कैंची-छुरी तेज करने के नाम पर अपराधी घरों की रेकी करते थे। उनके निशाने पर ऐसे घर होते थे जहां बुजुर्ग रहते हों। मौका मिलते ही वो इन घरों में चोरी करते थे। राजधानी एवं आसपास के इलाके में लगातार चोरी की घटना को अंजाम देकर पुलिस की नाक में दम कर चुके चोर गैंग का पुलिस ने खुलासा कर लिया है। रांची पुलिस ने रामगढ़ जिले के रजरप्पा थाना क्षेत्र के पांच आरोपितों को गिरफ्तार किया है। इन अपराधियों ने बताया है कि आठ नवंबर को खेलगांव थाना क्षेत्र के खटंगा गांव में दो घर और नौ नवंबर को सदर थाना क्षेत्र के ग्रीन पार्क मुहल्ले में एक ही रात छह घरों में चोरी की थी। इन अपराधियों ने 16 चोरी में अपनी संलिप्तता स्वीकार की है। गैंग में करीब नौ से दस लोग शामिल हैं। एसएसपी सुरेंद्र कुमार झा ने गुरुवार को इसका खुलासा किया।
एसएसपी ने बताया कि पकड़े गए अपराधियों में रजरप्पा थाना क्षेत्र के छोटी लारी गांव के साहिल उर्फ तिलिया गोस्वामी, पवन गोस्वामी और छोटू गोस्वामी, जबकि बड़ी लारी गांव के विक्की वर्मा और चंद्र प्रसाद शामिल हैं। गैंग का सरगना साहिल, पवन और छोटू सगे भाई हैं। जबकि विक्की और चंद्र प्रसाद जेवर के खरीदार हैं। पुलिस ने आरोपितों के पास से चोरी के जेवर, मोबाइल, लैपटॉप सहित अन्य सामान बरामद किये हैं।
एसएसपी ने बताया कि गैंग का सरगना साहिल चाकू, कैंची तेज करने के बहाने राजधानी एवं आसपास के इलाके में घूमता था। इस दौरान घरों की रेकी करता था। बंद घर या फिर जिस घर में सिर्फ बुजुर्ग पाये जाते उसे चिह्नित कर रात में निशाना बनाता था। चोरी के लिए गैंग के अन्य सदस्यों को बुलाता था। चोरी करने 8-9 लोग साथ जाते थे। वहीं, पुलिस से बचने के लिए न तो मोबाइल रखता था और न ही किसी वाहन का प्रयोग करता था। पैदल ही चिह्नित घर तक जाता था वहां से चोरी कर पैदल ही निकलता था। पुलिस ने कैंची, छूरी तेज करने की मशीन भी बरामद किया है।
विक्की-चंद्र ने अपने घर में ही जेवर गलाने का बना लिया था पूरा सेटअप : पुलिस के अनुसार चोरी की घटना को अंजाम देने के बाद साहिल सोने, चांदी का जेवर बड़ी लारी गांव निवासी विक्की वर्मा और चंद्र प्रसाद के हाथों बेचता था। दोनों आरोपितों ने अपने घर में ही जेवर गलाने का पूरा सेटअप तैयार कर लिया था। पुलिस ने जब छापेमारी की तो दोनों के घरों से गले हालात में सोने के जेवर बरामद किए।
लैपटॉप के नहीं मिल रहे थे खरीदार, पड़ोसी राज्यों में खपाने की कर रहा था तैयारी : पुलिस की पूछताछ में सरगना ने बताया कि लैपटॉप और मोबाइल के ग्राहक नहीं मिल रहे थे। ग्राहक कागजात मांग रहा था। चोरी का माल होने के कारण कागजात देना संभव नहीं था ऐसे में लैपटॉप और मोबाइल को पड़ोसी राज्यों में खपाने की तैयारी में था। इससे पहले की लैपटॉप व मोबाइल खपाता, पकड़ा गया।
16 में से 10 चोरी ओरमांझी में की, सदर थाना क्षेत्र में चार घरों को बनाया निशाना : गैंग ने रांची के तीन थाना क्षेत्र ओरमांझी, सदर, खेलगांव के 16 घरों को निशाना बनाया जिसमें अकेले ओरमांझी थाना क्षेत्र में 10 घरों में चोरी की। वहीं, सदर थाना क्षेत्र में चार और खेलगांव थाना क्षेत्र में दो घरों में चोरी की।
अपराधियों के पास से ये सामान हुए बरामद
पुलिस ने अपराधियों की निशानदेही पर सोने, चांदी के जेवरात, पांच मोबाइल, चोरी के पांच लैपटॉप, लाल रंग का धार देने की मशीन, कैनन कंपनी का कैमरा, दो हजार रुपये सहित कई अन्य सामान।
जू के समीप किराये के मकान में रहता था सरगना : जानकारी के अनुसार गैंग का सरगना साहिल एवं अन्य चोर खुद को मजदूर बताकर ओरमांझी थाना क्षेत्र के बिरसा मुंडा जू के समीप किराये के मकान में रहता था। ये लोग जनवरी से उक्त मकान में रहते थे।
पुलिस ने दबिश बढ़ाया तो सरगना भाग गया था ससुराल : जानकारी के अनुसार पुलिस दबिश से घबराकर साहिल उर्फ तिलिया बिहार के आरा स्थित अपने ससुराल भाग गया था। इसकी सूचना मिलने पर पुलिस की एक टीम आरा पहुंचकर उसे पकड़ा। जबकि दो सगे भाई को उसके गांव से ही पकड़ा गया। वहीं, जेवर के खरीदार विक्की भागकर गोमियो स्थित अपने ननिहाल चला गया था।
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