Home > World > यूक्रेन युद्ध में कोई नहीं जीतेगा बस विकासशील देशों और गरीबों का नुकसान होगा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी

यूक्रेन युद्ध में कोई नहीं जीतेगा बस विकासशील देशों और गरीबों का नुकसान होगा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी


न्यूज़ बी रिपोर्टर, यूपी : अपनी विदेश यात्रा पर जर्मनी पहुंचे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि युद्ध किसी भी समस्या का हल नहीं है और हर तरह के झगड़ों को बातचीत से सुलझाया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि हाल की कुछ वैश्विक घटनाओं ने साफ कर दिया है कि विश्व शांति कितनी कमजोर चीज है और सारे देश एक दूसरे से किस तरह जुड़े हुए हैं। उन्होंने कहा कि यूक्रेन समस्या में शुरुआत से ही भारत युद्धविराम के पक्ष में रहा है और दोनों पक्षों से कहता रहा है कि वह आपसी विवाद बातचीत से हल करें। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि वह विश्वास करते हैं कि इस युद्ध में कोई पक्ष नहीं जीतेगा। सभी को नुकसान होगा। उन्होंने कहा कि इसी वजह से वो शांति के पक्ष में है। उन्होंने कहा कि यूक्रेन युद्ध की वजह से तेल के दाम आसमान पर पहुंच रहे हैं। विश्व में अनाज और फर्टिलाइजर की किल्लत भी सामने आने लगी है। इससे दुनिया के सभी घरों में पर बोझ बढ़ेगा और विकासशील देशों पर इसका बुरा असर पड़ेगा। उन्होंने कहा कि भारत पर भी इसका असर पड़ना लाजमी है। प्रधानमंत्री ने कहा कि उन्होंने यूक्रेन को सहायता भेजी है। यह मानवीय सहायता है। उन्होंने कहा कि वह अपने अन्य मित्र देशों को खाद्य पदार्थ की आपूर्ति के साथ ही अन्य आर्थिक सहायता भी कर रहे हैं। दूसरी तरफ, जर्मनी के चांसलर ओलाफ स्कोल्ज ने कहा कि हिंसा से किसी भी देश की सीमा को नहीं बदला जा सकता। ओलाफ ने कहा कि वह फिर दोहराते हैं कि रूस यूक्रेन में जो हत्याएं कर रहा है। उसे बंद करे और अपनी सेनाओं को वापस बुलाए। दोनों विश्व नेताओं की वार्ता के बाद संयुक्त बयान भी जारी हुआ। गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की इस यात्रा में भारत और जर्मनी के बीच नवीकरणीय ऊर्जा, समग्र प्रवचन एवं गतिशीलता, उच्च स्तरीय कारपोरेट प्रशिक्षण, ग्रीन हाइड्रोजन, कृषि पारिस्थितिकी और वनीकरण समेत आठ क्षेत्रों में द्विपक्षीय सहयोग को आगे बढ़ाने के समझौते पर दस्तखत हुए हैं। जर्मनी के साथ हुई बैठक की अध्यक्षता भारत की तरफ से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने की। इस बैठक में विदेश मंत्री एस जयशंकर, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री डॉक्टर जितेंद्र सिंह और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल भी शामिल थे। भारतीय अधिकारियों का कहना है कि जर्मनी ने साल 2030 तक 10 अरब यूरो की अतिरिक्त सहायता से भारत की हरित विकास योजनाओं को मजबूत बनाने का भी फैसला किया है।

Leave a Reply

You cannot copy content of this page

error: Content is protected !!