पलामू: झारखंड बिहार की सीमा के इलाकों की कमान संभाल रहे प्रतिबंधित नक्सली संगठन के टॉप कमांडर नितेश यादव उर्फ इरफान विधानसभा चुनाव के बाद सरेंडर कर सकते हैं। सूत्र बताते हैं कि नितेश यादव के घर वालों ने उस पर आत्मसमर्पण करने का दबाव बनाया है। नितेश यादव उर्फ इरफान आईबी के आला अधिकारियों से संपर्क करने की कोशिश में है। नितेश यादव बिहार के गया जिले के डुमरिया थाना क्षेत्र के तरवाडीह गांव का है।

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वह बिहार के गया, औरंगाबाद और झारखंड के पलामू जिला में सक्रिय है। इरफान पांडु, हुसैनाबाद और पिपरा थाना क्षेत्र सरइया के जंगलों में अपना ठिकाना बनाए हुए था। पुलिस ने 10 लाख रुपए के इनामी नक्सली सीताराम रजवार को अरेस्ट किया था। इसके बाद नितेश यादव उर्फ इरफान ने अपना ठिकाना बदल दिया है। नितेश यादव उर्फ इरफान झारखंड में 15 लाख का इनामी है। सरकार ने उस पर 15 लाख रुपए के इनाम का ऐलान किया है। बिहार सरकार ने भी 5 लाख रुपये के इनाम की घोषणा की है। नितेश यादव उर्फ इरफान बिहार और झारखंड पुलिस के लिए चुनौती बना हुआ है। नक्सली नितेश यादव उर्फ इरफान लगातार अपने टीम को मजबूत करने में लगा हुआ है। लेकिन झारखंड पुलिस लगातार उस पर शिकंजा कस रही है। इसी के चलते दबाव में वह सरेंडर करनेकी कोशिश में है।