चार कुख्यात नक्सली साथियों के आत्मसमर्पण के बाद खुद को मजबूत बनाने में जुटा एक करोड़ का इनामी अनल
– पूर्व विधायक गुरुचरण नायक पर हमले में आ रहा है अनल दस्ते का हाथ
न्यूज़ बी रिपोर्टर, रांची : पश्चिमी सिंहभूम के सारंडा क्षेत्र में हाल के दिनों में कमजोर पड़े नक्सलियों ने अपनी स्थिति मजबूत करने की कोशिश तेज कर दी है। गोइलकेरा क्षेत्र में एक दिन पूर्व पूर्व विधायक गुरुचरण नायक पर हमला भी नक्सलियों की इसी कोशिश की एक कड़ी है । इस घटना में एक करोड़ के इनामी माओवादियों के सेंट्रल कमेटी सदस्य अनल दस्ते का हाथ बताया जा रहा है। अनल माओवादी संगठन में
अनल दा उर्फ तुफान उर्फ पतिराम मांझी उर्फ पतिराम मरांडी उर्फ रमेश के नाम से जाना जाता है। वह गिरिडीह जिले के पीरटांड़ थाना क्षेत्र के झरहाबाले का मूल निवासी है। गत तीन महीने के भीतर अनल दस्ते के चार कुख्यात माओवादी झारखंड पुलिस के सामने आत्मसमर्पण कर चुके हैं। इनमें 10 लाख का इनामी माओवादियों का जोनल कमांडर महाराज प्रमाणिक अनधिकृत रूप से पुलिस के सामने आत्मसमर्पण किया था। उसे अब तक सामने नहीं लाया गया है।
इसके अलावा अनल दस्ता के ही एरिया कमांडर रैंक के तीन नक्सली विधिवत रूप से पिछले दिनों पुलिस के सामने आत्मसमर्पण किए थे। इनमें बैलून सरदार, सूरज सरदार वह उसकी पत्नी शामिल थी।
पुलिस मुख्यालय के सूत्रों की माने तो अनल ने कमजोर पढ़ रहे अपने संगठन को फिर से मजबूत करने की तैयारी शुरू कर दी है। मंगलवार को गोइलकेरा में पूर्व विधायक पर हमला भी इसी उद्देश्य से किया गया। माओवादी फिर से अपनी दहशत कायम करने के लिए इस तरह की घटनाओं को अंजाम देने की कोशिश में जुटे हैं।
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अपने साथी किशन की गिरफ्तारी के बाद बौखलाया हुआ है अनल
पुलिस की माने तो पिछले दिनों सरायकेला से माओवादियों के पोलित ब्यूरो सदस्य एक करोड़ के इनामी किशन उर्फ प्रशांत बोस की गिरफ्तारी के बाद से ही अनल बौखलाया हुआ है। वह पिछले कई महीनों से सरायकेला, पश्चिमी सिंहभूम, खूंटी और रांची की सीमा पर सक्रिय रहा है। माओवादियों को मजबूत बनाने को लेकर आयोजित बैठक में ही शामिल होने किशन जा रहा था कि पत्नी व चार अन्य माओवादियों के साथ पुलिस के हाथों गिरफ्तार किया गया था। वह बैठक भी सारंडा क्षेत्र में अनल के साथ ही होने वाली थी।