न्यूज़ बी रिपोर्टर, जमशेदपुर : बागबेड़ा ग्रामीण जलापूर्ति योजना धरातल पर नहीं उतर पा रही है। इसका निर्माण कार्य काफी सुस्त चल रहा है। बागबेडा महानगर विकास समिति और संपूर्ण घाघीडीह विकास समिति के अध्यक्ष व संरक्षक सुबोध झा ने ऐलान किया है कि अगर बागबेड़ा जलापूर्ति योजना में निर्माण कार्य तेज नहीं हुआ तो 21 मार्च से बागबेड़ा के लोग जमशेदपुर से दिल्ली तक पैदल मार्च करेंगे और संसद भवन पहुंचकर। प्रधानमंत्री से इस योजना को जल्द धरातल पर उतारने की गुहार लगाएंगे। इसे लेकर शनिवार को सुबोध झा और छोटे राय मुर्मू की अगुवाई में शनिवार को एडीएम नंदकिशोर लाल को एक ज्ञापन सौंपा गया। यह ज्ञापन राज्यपाल और प्रधानमंत्री को संबोधित है। सांसद विद्युत वरण महतो को भी ज्ञापन सौंपा गया। इस मौके पर सुबोध झा ने बताया कि साल 2005 से क्रमबद्ध आंदोलन किया गया। तब जाकर बागबेड़ा ग्रामीण जलापूर्ति योजना सरकार ने दी। इस दौरान 399 घेराव प्रदर्शन भूख हड़ताल और आमरण अनशन किया गया। जमशेदपुर से रांची तक पैदल मार्च किया गया और 6 बार विधानसभा का घेराव और दो बार राजभवन का घेराव किया गया। बागबेड़ा और छोटा गोविंदपुर ग्रामीण जलापूर्ति योजना 237 करोड़ रुपए की लागत से स्वीकृत हुई थी। साल 2015 में पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास ने इसका शिलान्यास किया था। साल 2022 हो गया है। लेकिन अभी तक बागबेड़ा की जनता बूंद बूंद पानी के लिए तरस रही है। जबकि, इस योजना को साल 2018 में ही पूरा हो जाना चाहिए था। ज्ञापन सौंपने के दौरान रुपेश शर्मा, सपन कुमार दास, संतोष जायसवाल, दिनेश वाकडे, सोनी देवी, वर्षा शर्मा, चंद्रकांता, सुनीता देवी, संतोष शर्मा, कमला शर्मा आदि मौजूद थे।