जल प्रदूषण रोकने को राजधानी के जलाशयों के पास बनाए जाएंगे जलकुंड
नगर आयुक्त की अध्यक्षता में रांची नगर निगम में संपन्न मूर्ति विसर्जन समिति की बैठक
न्यूज़ बी रिपोर्टर, रांची : राजधानी के सभी जलाशयों के पास जलकुंड का निर्माण होगा। अपार्टमेंटों में भी जल कुंड का निर्माण किया जाएगा। ताकि पर्व त्योहारों के दौरान मूर्ति विसर्जन से जलाशय प्रदूषित नहीं हों। जलाशयों और अपार्टमेंटों में रांची नगर निगम की तरफ से मूर्ति के विसर्जन से पहले पूजा की साज-सज्जा में इस्तेमाल होने वाले कपड़े, फूल माला आदि को एक जगह इकट्ठा किया जाएगा और बाद में इनका निस्तारण किया जाएगा।
नगर विकास एवं आवास विभाग ने मूर्ति विसर्जन से संबंधित एक उपसमिति का गठन रांची नगर आयुक्त मुकेश कुमार की अध्यक्षता में किया है। इस समिति में रांची के उपायुक्त छवि रंजन के अलावा खूंटी के उपायुक्त, रांची के एसएसपी, यातायात पुलिस अधीक्षक रांची, प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के क्षेत्रीय पदाधिकारी और यूपी के कार्यपालक अधिकारी शामिल हैं। शुक्रवार को नगर आयुक्त ने इस उप समिति की बैठक की। बैठक में इस बात की चर्चा की गई कि मूर्ति विसर्जन से होने वाले प्रदूषण को कैसे खत्म किया जाए।
इसी में तय किया गया है कि सभी जलाशयों के आसपास कुंड का निर्माण किया जाएगा और इसी कुंड में मूर्ति विसर्जन के लिए लोगों को जागरूक किया जाएगा। पूजा समितियों को नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल की गाइडलाइंस से अवगत कराने के लिए एक कार्यशाला का भी आयोजन होगा। यही नहीं, इको फ्रेंडली पूजा समितियों को सम्मानित भी किया जाएगा। नगर आयुक्त ने तालाबों के जल की गुणवत्ता और स्वच्छता बनाए रखने के लिए वार्ड पार्षदों की अध्यक्षता में भी एक जल संरक्षण कमेटी का गठन करने की बात कही है। नगर आयुक्त ने झारखंड स्टेट पॉल्यूशन बोर्ड को निर्देश दिया है कि पानी की गुणवत्ता का आकलन करने के लिए अलग से एक समिति का गठन किया जाए। ये समिति विसर्जन के पहले और विसर्जन के बाद पानी की गुणवत्ता का आकलन करेगी। विसर्जन से पानी की गुणवत्ता में होने वाले प्रभाव के संबंध में उप समिति को अपनी रिपोर्ट उपलब्ध कराएगी। ताकि उप समिति जल प्रदूषण को खत्म करने के लिए पहल कर सके।
लोगों को घर के पास ही छठ पूजा करने की अपील
रांची नगर निगम के नगर आयुक्त मुकेश कुमार ने लोगों से अपील की है कि वह कोविड-19 को देखते हुए छठ पूजा पर भी शारीरिक दूरी बनाए रखें। जहां तक संभव हो अपने घर के आस-पास या परिसर में ही अस्थायी कुंड बनाकर छठ पूजा करें। ताकि कोरोना की तीसरी लहर से बचा जा सके।