प्रयागराज के वकील एम ए खान ने संस्था पर लगाया है आरोप।
इमरान हैदर रिजवी, कौशांबी : मूकबधिर छात्रों को पढ़ाने के लिए कौशाम्बी में एक संस्था खोली गई थी। संस्था को नीति आयोग से मोटी रकम भी मिली है। आरोप है कि इस संस्था का जनपद में कोई स्कूल नहीं है। सब कुछ सिर्फ कागजों पर चल रहा है। आरोप लगाया गया है की संस्था ने करोड़ों रुपए का फर्जीवाड़ा कर घोटाला किया है। प्रयागराज के अधिवक्ता ने डीएम को शिकायती पत्र देकर कार्रवाई की मांग की है। अधिवक्ता का आरोप है की संस्था को मूकबधिर छात्रों को पढ़ाने की जिम्मेदारी मिली है। इसके लिए उसको अब तक लगभग दो करोड़ रुपए नीति आयोग द्वारा मिल चुका है। संस्था में मुकबधिर छात्रों को प्रवेश दिलाने के लिए जब वह स्कूल की खोज बिन करने लगे तो पता चला की कहीं संस्था का स्कूल है ही नही ।इससे मूकबधिर छात्रों का दाखला नही हो सका । अधिवक्ता का कहना है की संस्था को पत्र भेजकर इसकी शिकायत की गई ,लेकिन संस्था ने कोई जवाब नहीं दिया, इसके बाद संस्था के सारे अभिलेख निकलवाए गए तो पता चला की जिम्मेदार रुपए का बंदर बाट चल रहा है । संस्था के नाम पर गरीबों के लिए आने वाले रुपए की खुली लूट की जा रही है । अधिवक्ता ने शिकायत पत्र के साथ संस्था के सभी अभिलेख लगाए है और साथ ही कितना रुपया संस्था को नीति आयोग की तरफ से अभी तक मिला है उसका भी ब्योरा अधिवक्ता एम ए खान ने जिलाधिकारी को दिया है । जिलाधिकारी ने जांच करा कर कार्यवाही का आश्वासन दिया है ।