फर्जी जन्म प्रमाण पत्र बनाने के मामले में पंचायत सचिव समेत पांच आरोपी भेजे गए जेल, उपकरण जब्त
Jamshedpur : ( Jamshedpur Fake Birth Certificate ) पूर्वी सिंहभूम जिले के चाकुलिया प्रखंड से जारी 4281 फर्जी जन्म प्रमाण पत्र रद किए जाएंगे। डीसी अनन्य मित्तल ने इन जन्म प्रमाण पत्रों को रद करने का आदेश रजिस्ट्रार को दे दिया है। उन्होंने कहा कि सभी जन्म प्रमाण पत्रों को सार्वजनिक किया जाएगा। ताकि अन्य विभाग भी यह देख ले कि कहीं इन जन्म प्रमाण पत्रों का प्रयोग किसी अन्य योजना का लाभ लेने में तो नहीं हो रहा है। इसके अलावा अन्य जिलों के अधिकारियों को भी इस मामले से अवगत करा दिया गया है। ताकि उन जिलों में भी इस बात की जांच हो जाए कि वहां फर्जी प्रमाण पत्र तो नहीं बनाए जा रहे हैं। यही नहीं डीसी अनन्य मित्तल ने जिले के सभी 270 जन्म मृत्यु प्रमाण पत्र रजिस्ट्रार को भी आदेश दिया है कि वह मामले में जांच करें और अगर उनके क्षेत्र में फर्जी प्रमाण पत्र बनाए जा रहे हैं तो उन्हें चिन्हित कर कार्रवाई करें। (Jamshedpur Fake Birth Certificate)
Jamshedpur Fake Birth Certificate : एसआईटी में शामिल हैं डीएसपी स्तर के दो अधिकारी

Jamshedpur Fake Birth Certificate: आरोपी पंचायत सचिव
एसएसपी किशोर कौशल ने बताया कि जिन लोगों ने फर्जी प्रमाण पत्र बनवाए हैं या इसमें लिप्त हैं उनकी लंबी सूची है। सोनारी का एक व्यक्ति भी इसमें शामिल है। पूरे मामले का पर्दाफाश करने के लिए जो एसआईटी गठित हुई है उसमें दो डीएसपी, दो इंस्पेक्टर और सब इंस्पेक्टर रखे गए हैं। यह लोग मामले की जांच कर इस फर्जीवाड़े में शामिल अन्य लोगों का पता लगाकर उन्हें गिरफ्तार करेंगे।
पांच आरोपियों को गिरफ्तार कर भेजा जेल
चाकुलिया प्रखंड में फर्जी जन्म प्रमाण पत्र बनाने के मामले में पुलिस ने पंचायत सचिव सुनील महतो समेत पांच लोगों को जेल भेजा है। जो लोग जेल भेजे गए हैं उन्हें मटियाबांधी और मालकुंडी के पंचायत सचिव के अलावा मटियाबांधी के प्रज्ञा केंद्र का संचालक सपन महतो, मालकुंडी का प्रज्ञा केंद्र संचालक शिवम डे, बिचौलिए बुंडू निवासी हरीश प्रमाणिक और रांची का आरिफ आलम शामिल हैं। जन्म प्रमाण पत्र बनवाने में प्रयुक्त कंप्यूटर और अन्य उपकरण भी जब्त कर लिए गए हैं।
एसडीओ घाटशिला की जांच में फर्जीवाड़े का हुआ खुलासा
जमशेदपुर के डीसी ऑफिस सभागार में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर डीसी अनन्य मित्तल और एसएसपी किशोर कौशल ने कार्रवाई के बारे में जानकारी दी। डीसी अनन्य मित्तल ने बताया कि चाकुलिया प्रखंड के मटियाबांधी और मालकुंडी पंचायत में कुल 4281 फर्जी जन्म प्रमाण पत्र बनाए गए थे। इनमें 286 जन्म प्रमाण पत्र वैध हैं। डीसी ने बताया कि जमशेदपुर के विभिन्न निजी स्कूलों में बच्चों के एडमिशन के लिए जो जन्म प्रमाण पत्र दाखिल किए गए थे। उनको जांच के लिए विभिन्न प्रखंडों में भेजा गया था। बीडीओ चाकुलिया को 149 प्रमाण पत्र जांच के लिए भेजे गए थे। इनमें से 106 जन्म प्रमाण पत्र फर्जी पाए गए। इनमें से कुछ जन्म प्रमाण पत्र मुस्लिम बच्चों के नाम से बने थे। जबकि मटियाबांधी में एक भी मुस्लिम आबादी नहीं है। चाकुलिया के बीडीओ की जांच रिपोर्ट के आधार पर यह बात सामने आई कि फर्जी जन्म प्रमाण पत्र बनाने का यह बड़ा मामला है। इसके बाद डीसी अनन्य मित्तल ने एसडीओ घाटशिला के नेतृत्व में एक टीम गठित की। इस टीम ने जांच की तब पता चला कि बड़े पैमाने पर जन्म प्रमाण पत्र का फर्जीवाड़ा हुआ है।
Jamshedpur Fake Birth Certificate: दो पंचायत का पंचायत सचिव था सुनील
एसएसपी किशोर कौशल ने बताया कि पंचायत सचिव सुनील महतो मटियाबांधी और मालकुंडी दोनों पंचायत का पंचायत सचिव था। उसने अपनी लॉगिन आईडी प्रज्ञा केंद्र के संचालकों शिवम डे और सपन महतो को दे दी थी। इसी के बाद यह गड़बड़ी हुई। रांची के जो दो बिचौलिए पकड़े गए हैं वह लोगों से पैसे लेकर जन्म प्रमाण पत्र बनवाते थे।
3874 जन्म प्रमाण पत्र बहुसंख्यकों के
एसएसपी किशोर कौशल ने बताया कि जो 4281 फर्जी जन्म प्रमाण पत्र बनाए गए हैं उनमें से 3874 जन्म प्रमाण पत्र बहुसंख्यकों के हैं। 682 जन्म प्रमाण पत्र ही अल्पसंख्यकों के हैं। उन्होंने कहा कि जो यह नैरेटिव सेट किया जा रहा था कि अल्पसंख्यकों के ही जन्म प्रमाण पत्र बनवाए गए हैं यह गलत है।
जन्म प्रमाण पत्र बनवाने वाले अभिभावक भी जाएंगे जेल
एसएसपी किशोर कौशल ने कहा कि जिन लोगों ने यह जन्म प्रमाण पत्र बनवाए हैं। उनको भी नोटिस जारी की जा रही है। इनमें से जिन लोगों ने गलत मंशा के आधार पर जन्म प्रमाण पत्र बनवाए हैं। उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। क्योंकि कुछ लोग ऐसे हैं जिन्होंने प्रमाण पत्र के लिए अप्लाई कर दिया। लेकिन उन्हें नहीं मालूम कि आपने जन्म प्रमाण पत्र कैसे जारी किया। डीसी अनन्य मित्तल ने बताया कि ज्यादातर जन्म प्रमाण पत्र स्कूलों में दाखिले के लिए बनवाए गए हैं। लोग अपने बच्चों की उम्र कम कर दाखिला करवाना चाहते थे। इसीलिए यह जन्म प्रमाण पत्र बनवाए।